बेंगलुरु
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में सोमवार और मंगलवार को 26 विपक्षी दलों की महाबैठक हो रही थी। इसकी वजह से शहर में सड़कों पर वीवीआईपी मूवमेंट था। प्रशासन ने ट्रैफिक व्यवस्था के सुचारू संचालन के लिए असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (ACP) बी रामचंद्र को स्पेशल ड्यूटी पर लगा रखा था। ड्यूटी के दौरान सोमवार को जब एसीपी रामचंद्र ने देखा कि एक ड्राइवर की तबीयत खराब हो गई है तो उन्होंने दयाभाव और सजगता दिखाते हुए न सिर्फ ड्राइवर को तुरंत अस्पताल में भर्ती करवाया बल्कि उस ड्राइवर की जगह खुद ही राज्य ट्रांसपोर्ट की बस को चलाने लगे।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एसीपी बी रामचंद्र को बस चलाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो पोस्ट करने वाले यूजर ने लिखा है, "दया, कर्तव्य, करुणा और जीवन के प्रति सम्मान का छोटा सा कार्य ही आपका नाम है #NammaBengaluruPolice" एसीपी के इस कार्य की लोग सोशल मीडिया पर खूब तारीफ कर रहे हैं।
दरअसल, सोमवार को एसीपी रामचंद्र की ड्यूटी बेंगलुरु के ओल्ड एयरपोर्ट रोड पर थी। उन पर वीवीआईपी मूवमेंट को मैनेज करने की जिम्मेदारी थी। इसी ड्यूटी के दौरान उन्होंने देखा कि सरकारी बीएमटीसी बस का एक चालक बीमार पड़ गया है और उसने भारी ट्रैफिक के बीच रूट नंबर 330 की बस को रोड के किनारे पार्क कर दिया है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए और बिना किसी हिचकिचाहट के एसीपी रामचंद्र ने तुरंत एम्बुलेंस से ड्राइवर को बोवरिंग अस्पताल में स्थानांतरित करने की व्यवस्था की। इसके बाद यह देखते हुए कि बस खड़ी होने की वजह से रोड पर ट्रैफिक दबाव बढ़ रहा है, उन्होंने तुरंत बस की स्टीयरिंग अपने हाथों में लेने का फैसला किया। एसीपी ने जिम्मेदारी की सच्ची भावना प्रदर्शित करते हुए बस को करीब एक किलोमीटर से ज्यादा दूर तक चलाकर बीएमटीसी बस शेल्टर में सुरक्षित रूप से पार्क कर दिया और यात्रियों को दूसरे बस में शिफ्ट करवा दिया।
इस घटना के बारे में बात करते हुए एसीपी रामचंद्र ने टीओआई को बताया, "तुरंत, हमने ड्राइवर को एक एम्बुलेंस में बोवरिंग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया, और चूंकि बस यातायात की समस्या पैदा कर रही थी, इसलिए मैंने एक किलोमीटर से अधिक दूर तक चलाकर बस को बीएमटीसी बस शेल्टर में पार्क कर दिया। ”