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वित्त मंत्री सीतारमण ने चीन के वित्त मंत्री लियू कुन से मुलाकात की

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गांधीनगर
 केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चीन के वित्त मंत्री लियू कुन से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को मजबूत करने तथा वैश्विक ऋण संबंधी समस्याओं से निपटने के तरीकों पर चर्चा की।

गांधीनगर (गुजरात) में चल रही एफएमसीबीजी की दो दिवसीय बैठक के आज आखिरी दिन जी-20 के वित्त मंत्रियों एवं केंद्रीय बैंक गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की तीसरी बैठक से इतर यहां दोनों मंत्रियों ने मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने अपनी अर्थव्यवस्थाओं, मुद्रास्फीति, व्यापार की स्थिति पर चर्चा की। इसके साथ ही आर्थिक वृद्धि एवं विकास के लिए एक बेहतर कारोबारी वातावरण बनाने पर जोर दिया।

सीतारमण ने चीन के अपने समकक्ष से मुलाकात के दौरान जी-20 अध्यक्षता के तहत किए जा सकने वाले कार्यों पर चर्चा की। चीन के वित्त मंत्री लियू कुन ने जी-20 में भारत के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि अभी तक इसमें काफी कुछ हासिल किया गया है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत की जी-20 अध्यक्षता के दौरान सतत वित्त कार्य-समूह के सह-अध्यक्ष के रूप में चीन के प्रयासों की भी सराहना की।

 

गौतम अडाणी का आरोप- हिंडनबर्ग रिपोर्ट से हुई हमारी छवि खराब करने की कोशिश

– कहा, हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत, बदनाम करने के लिए लगाए थे आरोप

नई दिल्ली
अडाणी समूह के गौतम अडाणी ने मंगलवार को एक बार फिर कहा कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट गलत और निराधार है।  यह रिपोर्ट जानबूझकर हमारी छवि खराब करने और समूह को बदनाम करने के लिए लगाए गए थे।

उन्होंने समूह की कंपनियों की आम सभा (एजीएम) को वर्चुअली संबोधित करते हुए ये बात कही। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर अडाणी ने कहा कि 'हिंडनबर्ग रिपोर्ट भ्रामक और निराधार आरोपों पर आधारित थी। रिपोर्ट में लगाए गए आरोप 2004 से 2015 के बीच के थे। उस समय संबंधित अथॉरिटी ने उन्हें सही कर लिया था। उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट हमारी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण प्रयास था।

गौतम अडानी ने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। साल 2030 तक तीसरी और 2050 तक भारत की इकोनॉमी विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। इसके लिए केंद्र में स्थाई सरकार होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें देश के 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का पूरा भरोसा है। अडाणी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी क्रेडिट एजेंसी ने अडाणी समूह की रेटिंग में कोई कटौती नहीं की है।

उल्लेखनीय है कि इस साल 24 जनवरी को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी समूह को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट में समूह पर मनी लॉन्ड्रिंग से लेकर शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप लगाए गए थे। इसके बाद समूह के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। अडाणी समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब 3500 रुपये प्रति शेयर से गिरकर 1000 रुपये के करीब आ गया था।