नई दिल्ली
हाल ही में जब बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच दो मैचों की टी20 सीरीज खेली गई तो इस सीरीज के दौरान एक आंकड़ा सामने आया, जिसको जानकर अफगानिस्तान को सोचने पर मजबूर होना पड़ा। ये आंकड़े थे कि अफगानिस्तान ने पिछले एक साल में टी20आई क्रिकेट में पावरप्ले में सबसे धीमे अंदाज में बल्लेबाजी की है। टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सफलता पाने के लिए इन आंकड़ों में अफगानिस्तान की टीम को सुधार करना होगा। ये कहना है टीम के नए हेड कोच जोनाथन ट्रॉट का।
बांग्लादेश और अफगानिस्तान के बीच दूसरे टी20I के दौरान टेलीविजन फीड ने एक विशेष आंकड़ा प्रदर्शित किया। ये आंकड़ा था कि अफगानिस्तान ने पिछले एक साल में दस देशों के बीच टी20 क्रिकेट में सबसे कम गति से पावरप्ले में रन बनाए हैं। अफगानिस्तान का रन रेट 7.18 का है, जबकि सबसे अच्छा रन रेट 8.82 का साउथ अफ्रीका का है। इंग्लैंड 8.51 के रन रेट के साथ दूसरे नंबर पर है और ऑस्ट्रेलिया 8.31 के रन रेट के साथ तीसरे स्थान पर विराजमान है।
ट्रॉट ने निश्चित रूप से महसूस किया कि उन्हें टी20आई में अपने पावरप्ले बल्लेबाजी की समस्या को ठीक करने की जरूरत है, क्योंकि यह उनके लिए बड़ी चिंता का विषय रहा है। उन्होंने सिलहेट में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मुझे लगता है कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि हम पावरप्ले में सबसे धीमी स्कोरिंग टीम हैं और हमें इसमें सुधार करने की जरूरत है।" इसके पीछे का कारण है कि ओपनर अच्छी लय में नहीं हैं, खासकर रहमनुल्लाह गुरबाज।
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हमारी पावरप्ले में बल्लेबाजी पर्याप्त नहीं थी। मुझे लगता है कि पांच ओवर के बाद उनका स्कोर बिना किसी नुकसान के 50 रन था (छह ओवर में 54-0) और मुझे याद है कि पांच ओवर के बाद हम 21-2 थे (छह ओवर में 34-2)। तो यह लगभग बहुत बड़ा अंतर है 30 रन और जाहिर तौर पर दो और विकेट हाथ में। मैंने सोचा कि हमने खुद को प्रतियोगिता में वापस करके अच्छा किया, लेकिन फिर हमने इसे छोड़ दिया।"