झांसी
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां जिले में नगर निगम में तैनात क्लर्क ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके साथ ही पुलिस ने मृतक के परिजनों की तहरीर पर मामले की जांच शुरु कर दी है। पुलिस को मृतक को शव खेत में बने फार्म हाउस के अंदर मिला।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नवाबाद थाना क्षेत्र के तालपुरा के निवासी परशुराम सतोइया (59) झांसी नगर निगम में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे। मृतक के परिजनों का कहना है कि उन्होंने बड़ागांव थाना अंतर्गत गढ़मऊ मौजा में खेत खरीदा था। खेत में उन्होंने एक फार्म हाउस बनाया था। सोमवार सुबह वह स्कूटी लेकर घर से निकले थे। जिसके बाद काफी समय बीत जाने के बाद भी वह घर नहीं पहुंचे तो परिजनों को चिंता हुई। जिसके बाद परिजनों ने उनकी तलाश शुरु की तो उन्हें पता चला कि परशुराम सतोइया ने विभागीय व्हाट्सऐप ग्रुप में एक मैसेज छोड़ा है, जिसमें लिखा था कि मुझे नगर निगम के अधिकारियों ने बहुत परेशान किया और मरने को मजबूर कर दिया है।
जानिए, इस मामले में क्या कहा मृतक परशुराम के बेटे ने?
आपको बता दें कि परिजन परशुराम को खोजते-खोजते फार्म हाउस पहुंचे, जहां उन्हें उसका शव बरामद हुआ। शव के पास ही सल्फास की डिब्बी भी पड़ी हुई थी। वहीं मृतक परशुराम के बेटे विनय कुमार ने बताया कि नगर निगम पापा का प्रमोशन नहीं कर रहे थे। जिस कारण पापा बहुत परेशान रहते थे। जैसे-तैसे उनका प्रमोशन हो गया। जिसके बाद भी उन्हें परेशान किया जा रहा था। लगभग एक हफ्ते पहले उन्होंने हमसे बात की थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि अब उनका मन नहीं लग रहा है, वह नौकरी नहीं करना चाहते हैं। यहां पर उनके ऊपर जो अधिकारी हैं वह उन्हें परेशान कर रहे हैं। इसके बाद वह गुमसुम रहने लगे थे और सुबह उन्होंने आत्महत्या कर ली। वहीं इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधीक्षक नगर ज्ञानेश्वर सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।