रायपुर
मुख्य सड़क मार्ग सहित ग्राम के गली कूचों में बिक रहे अवैध शराब के खिलाफ असौंदा के ग्रामीणों द्वारा खोले गये मोर्चा के बाद शराब न बेचने के कोचियो के आश्वासन के चलते उन पर निगरानी के निर्णय के साथ स्थगित आंदोलन के एक सप्ताह बीतते – बीतते बीते 17 जुलाई को समीक्षा बैठक संपन्न हुई। बैठक में ग्रामीणों ने खुले आम अवैध शराब बिक्री रुक जाने पर गुपचुप शराब बिकने की बात कही। इस शराब बिक्री के पीछे ग्राम के ही निवासी एक शराब सप्लायर व उसके एक रिश्तेदार की प्रमुख भूमिका होने की जानकारी दी। बैठक में आंदोलन में प्रमुख भूमिका निबाहने वाली एक महिला से इसी शराब सप्लायर द्वारा मोबाइल नंबर मांगने के बाद अलग-अलग नंबरों से अनर्गल काल आने की जानकारी इस महिला ने सार्वजनिक तौर पर दी। ग्रामीणों ने वादाखिलाफी करने वाले कोचियो के साथ महिला को अनर्गल काल करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने थाना प्रभारी से ले एस पी तक शिकायत करने व कुछ दिनों बाद पुन: समीक्षा बैठक कर रणनीति बनाने का निर्णय लिया।
ज्ञातव्य हो कि अवैध शराब बिक्री से त्रस्त ग्रामीणों ने बीते 2 जुलाई को इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था जिसके चलते कोचियो द्वारा अवैध शराब बिक्री से तौबा कर लेने के आश्वासन के बाद बीते 11जुलाई को इन पर निगरानी रखने व कुछ समय बाद समीक्षा बैठक करने के निर्णय के साथ आंदोलन पर अस्थायी रुप से विराम लगा दिया था। बैठक में ग्राम के ही निवासी एक कथित बैठक शराब सप्लायर द्वारा आश्वासन के बाद भी अपने एक रिश्तेदार व कतिपय नाबालिगों के माध्यम से ग्राम में गुपचुप तरीके से शराब बिकवाने का आरोप लगाया गया। आंदोलन में महती भूमिका निबाहने वाली महिला ने इस शराब सप्लायर द्वारा मोबाइल नंबर लेने के बाद से लगातार अलग अलग नंबरों से अनर्गल काल आने की जानकारी दी व इस सप्लायर से पूछने पर इसमें उसका कोई भूमिका न होने व ग्रामीण बैठका में यह जानकारी न देने की धमकी दी। साथ ही इस शराब सप्लायर द्वारा सरपंच को भी यह मामला ग्रामीण बैठका में न रखवाने का आग्रह किये जाने की जानकारी स्वयं सरपंच ने बैठक में दी। इस बैठक में इस शराब सप्लायर व शराब बेचने वाले उसके रिश्तेदार को इसकी पुष्टि करने व समझाईश देने बुलाया गया पर वे ग्राम से बाहर होने की बात कह कन्नी काट गये। इसके चलते ग्रामीणों व खासकर महिलाओं में और अधिक आक्रोश व्याप्त हो गया। इस शराब सप्लायर व ग्राम के अवैध शराब विक्रेताओं की पूरी जानकारी आबकारी व थाना प्रशासन को होने व इन पर रोक लगाने में कोताही बरतने का आरोप लगाते हुये ग्रामीणों ने थाना प्रभारी से ले एस पी को ज्ञापन सौंपने व क्षेत्रीय विधायक श्रीमती अनिता शर्मा को भी इसकी जानकारी देने का निर्णय लिया।
बैठक में प्रमुख रूप से कल्याणी विश्वकर्मा, दुखिया पाल, पूर्णिमा वर्मा, जानी पाल, उत्तरा वर्मा , सेवती ध्रुव , ललिता यादव , अनिता वर्मा , त्रिवेणी वर्मा , जानकी यादव , अनिता चौहान , रूपा वर्मा, सरपंच राजेश साहू , पूर्व सरपंच जितेन्द्र चंद्राकर , सिंचाई पंचायत के अध्यक्ष रहे मुरारी वर्मा , मेहत्तर ध्रुव , रामकुमार साहू , जितेन्द्र चेलक , बहादुर साहू , ओंकार वर्मा , बद्री वर्मा , कुमार यादव , त्रिलोकी चौहान , नारायण वर्मा , चिंताराम तुरकाने , रामकिशुन वर्मा , शत्रुघ्न यादव , देवनाथ वर्मा व किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा मौजूद थे। श्री शर्मा ने आंदोलन में महती भूमिका निबाहने वाली महिला को किये जाने वाले कथित अनर्गल काल पर कहा कि यह शराब बिक्री बंद होने से बौखलाये तत्वों का कारनामा हो सकता है और उनके इस बौखलाहट से पता चलता है कि आंदोलन सफलता की ओर है। उन्होंने इस बिना घबराये एकजुट हो इसके खिलाफ सतत् संघर्ष जारी रखने व हर संभव सक्रिय सहयोग देने का आश्वासन दिया व ग्रामवासियों के चाहने पर प्रतिनिधि मण्डल में शामिल होने की रजामंदी भी दी।