कोल्हापुर
एक ओर जहां देश भर में टमाटर की कीमतों को लेकर आग लगी हुई है तो वहीं महाराष्ट्र के कोल्हापुर में अदरक ज्यादा भारी दिख रहा है। अदरक की बढ़ी कीमतों ने यहां कई स्टाल वालों को चाय की कीमत 5 से बढ़ाकर 8 रुपये करने के लिए मजबूर कर दिया है। आम तौर पर अदरक 155 रुपये प्रति किलोग्राम बेचा जाता है, जबकि खुदरा बाजार में इसकी कीमत 220 रुपये किलो तक पहुंच चुकी है। अदरक की बढ़ती कीमतों को लेकर व्यापारियों का मानना है कि बाजार में कम आपूर्ति के चलते ऐसा देखने को मिल रहा है।
अदरक की जगह इलायची डाल रहे दुकानदार
एक चाय की दुकान के मालिक ने कहा, 'बढ़ी कीमतों के चलते हममें से कई लोगों को या तो कम अदरक का उपयोग कर रहे या फिर कीमत बढ़ा रहे। इसके अलावा दुकानदार अन्य विकल्पों को भी यूज कर रहे हैं। मैं इन दिनों अदरक के बजाय इलायची का उपयोग कर रहा हूं। दूध की कीमतें जनवरी में पहले ही 45 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 60 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। इसके चलते हमें चाय की कीमत बढ़ाने पर मजबूर किया है।'
कोरोना ने छुड़ाई अदरक की खेती
'250 ग्राम अदरक के लिए हमें 50 रुपए देने पड़ रहे हैं । टमाटर तो फिर भी अभी 120 रुपये प्रति किलोग्राम से ही ऊपर है। किसान ने कहा, 'कोविड के दौरान भोजनालय और व्यवसाय बंद होने के बाद हममें से कई लोग निराश हो गए। उस समय, हमें नुकसान का सामना करना पड़ा, जिससे कई किसानों को अदरक की खेती छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा।
नए अदरक का टेस्ट नहीं पसंद कर रहे लोग
एपीएमसी के एक व्यापारी मुबीन बागवान ने कहा इन दिनों, हमें पुराने और नए अदरक का मिश्रण मिल रहा है। नए अदरक का स्वाद में तेजी कम है, लेकिन इसकी कीमत अच्छी मिल रही है। आम तौर पर हम लोग सतारा से अदरक खरीदते हैं। हालांकि कम आपूर्ति के कारण, हमें इसे कर्नाटक से खरीदना पड़ रहा है। लेकिन खरीदार इसे पसंद नहीं करते हैं।