बांदा
उत्तर प्रदेश के बांदा में नगर पंचायत चेयरमैन सूर्यपाल सिंह यादव के बेटे ने सरकारी नियमों को ताक पर रखकर सरकारी कबाड़ एक कबाड़ी को बेच दिया. जब यह बात प्रशासन के संज्ञान में आई तो हड़कंप मच गया. मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने जांच शुरू की और पाया कि चेयरमैन के बेटे ने बिना नीलामी के ही सरकारी कबाड़ को कबाड़ी को बेच दिया.
इस घटना की शिकायत स्थानीय थाने में की गई. पुलिस ने नगर पंचायत के चेयरमैन के बेटे समेत तीन लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की है. यह मामला नगर पंचायत बबेरू का है. यहां से समाजवादी पार्टी के सूर्यपाल सिंह यादव चेयरमैन हैं. बीते 10 जुलाई को कस्बे के ही एक कबाड़ की दुकान पर कूड़ादान, हाथ ठेला, कूलर, पंखे जिन पर नगर पंचायत बबेरू लिखा हुआ था पड़े मिले.
बिना नीलामी के ही बेच दिया सरकारी कबाड़
मामले के संज्ञान में आने के बाद SDM रावेंद्र सिंह ने तहसीलदार अभिनव तिवारी को जांच के आदेश दिए. मौके पर पहुंचकर तहसीलदार ने देखा कि कबाड़ी की दुकान पर सराकरी कबाड़ रखा है. जिसमें नगर पंचायत बबेरू लिखा हुआ था. सारा सामान बिन नीलामी के चेयरमैन के बेटे ने 11 हजार रुपये में कबाड़ी को बेच दिया गया था.
जांच में दोषी पाए जाने के बाद नगर पंचायत के लिपिक की शिकायत पर चेयरमैन के बेटे सहित 3 लोगों पर चोरी और सरकारी संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस मामले में आगे की जांच में जुटी है.
पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया
इस मामले पर SDM रावेंद्र सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले बबेरू कस्बे में एक कबाड़ की दुकान में पंचायत का कबाड़ मिलने की सूचना मिली थी, जिस पर तहसीलदार द्वारा जांच की गई तो पता चला कि चेयरमैन के बेटे ने बगैर नीलामी के कबाड़ का सामान कबाड़ी को 11 हजार रुपये में बेच दिया था, जांच में दोषी पाए जाने के बाद चेयरमैन के बेटे सहित 3 के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस द्वारा आगे की कार्रवाई कर रही है.