रायपुर
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने हरेली तिहार के मौके पर प्रदेशवासियों से कम से कम एक पौधा लगाने की अपील की है। साथ ही पौधरोपण को लेकर जागरूकता बढ़ाने प्रदेश के नागरिकों से पौधरोपण करते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया में अपलोड करने का आग्रह भी किया है। मुख्यमंत्री ने अपने अपील में कहा है कि न केवल लोग हरीतिमा बढ़ाने अपने घरों में पौधे लगाएं अपितु लोगों को भी इसके लिए चैलेंज दें और उन्हें भी कहें कि पौधरोपण करते हुए अपनी फोटो सोशल मीडिया में अपलोड करें। इसके लिए प्रदेश में हरीतिमा का दायरा बढ़ाने प्रदेश के सभी गांवों में वन विभाग द्वारा ग्रामीणों को अपने घरों में रोपने पौधे नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने दिये हैं।
पीसीसीएफ श्री व्ही. श्रीनिवास राव ने बताया कि मुख्यमंत्री महोदय की मंशा है कि प्रदेश में हरीतिमा का दायरा बढ़े। पर्यावरण को सहेजने के लिए ग्रामीणों की सहभागिता भी लें। जो लोग पर्यावरण को सहेजने अपने घर में पौधा लगाना चाहते हैं। उन्हें वन विभाग की ओर से पौधा उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिये हैं इसके अनुरूप ग्रामीण क्षेत्र में सभी इच्छुक ग्रामीणों को पौधे नि:शुल्क उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि हरेली प्रदेश का प्रमुख त्योहार है। सभी लोग इसे उत्साह से मनाएंगे और पौधरोपण भी करेंगे। ऐसे में यदि पौधारोपण करने वाले लोग पौधा लगाते हुए अपनी फोटो भी सोशल मीडिया पर अपलोड करेंगे तो पौधरोपण के लिए सुंदर माहौल छत्तीसगढ़ में तैयार होगा।
उल्लेखनीय है कि हरेली का मौका छत्तीसगढ़ में खास उत्सव का मौका होता है जब बारिश की वजह से चारों ओर हरीतिमा नजर आती है। इस मौके पर पौधरोपण किये जाने से इसके पनपने की संभावना भी अधिक होती है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर वन विभाग द्वारा कार्रवाई तेजी से की जा रही है। सभी वनमंडलों में बीटगार्ड्स को पौधे उपलब्ध कराए गये हैं ताकि इन्हें गांव-गांव में पौधरोपण के इच्छुक ग्रामीणों को नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा सके।
हैशटैग हरियर _हरेली के साथ करें साझा
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर सभी प्रदेशवासियों से हरेली त्योहार पर पौधा लगाने की अपील की है। उन्होंने पौधे के साथ अपनी तस्वीर सोशल मीडिया के माध्यम से हैशटैग प्त हरियर _हरेली के साथ लिखकर साझा करने की अपील की है। सोशल मीडिया में पौधरोपण करने वाली तस्वीर के साथ यह संदेश भी जरूर लिखें। ''हरेली तिहार है हरियाली का और हरियाली ही तो श्रृंगार है हमारी छत्तीसगढ़ महतारी का। हरे भरे पेड़ सिर्फ आँखों को सुखद लगने वाली हरियाली भर नहीं है वे धरती के जेवर हैं। धरती को सजाने की जिम्मेदारी हम सबकी है। आभूषणों से सजी धरती मां से मिला आशीष हम सबके जीवन को समृद्ध करेगा।