नई दिल्ली
वाहन विनिर्माता किआ इंडिया के एसयूवी मॉडल सेल्टोस के नए संस्करण की बुकिंग शुरू होने के पहले ही दिन रिकॉर्ड 13,424 बुकिंग मिलीं। किआ इंडिया ने यह जानकारी दी।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "इनमें से 1,973 बुकिंग के-कोड के जरिये की गईं। यह सेल्टोस के मौजूदा ग्राहकों को उच्च-प्राथमिकता वाली आपूर्ति की पहुंच देने वाला एक विशेष कार्यक्रम है।"
सेल्टोस के नए संस्करण के लिए बुकिंग की शुरुआत 14 जुलाई को हुई है।
किआ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी ताए-जिन पार्क ने कहा, "हमें पूरा विश्वास है कि नई सेल्टोस मध्यम आकार के एसयूवी खंड में नई जान फूंकेगी और इसे आगे बढ़ाएगी। सेल्टोस ने हर मामले में उद्योग के लिए नए मानक स्थापित करना जारी रखा है।"
उन्होंने कहा कि के-कोड कार्यक्रम को मिली जबरदस्त सफलता को ध्यान में रखते हुए कंपनी इसे भविष्य में भी लागू करने की संभावनाओं पर गौर करेगी।
एसबीआई ने अपने ग्राहकों को दिया बड़ा झटका, एमसीएलआर में की 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी
नई दिल्ली
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने करोड़ों ग्राहकों को एक बार फिर बड़ा झटका दिया है। दरअसल बैंक ने अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिंग रेट में 5 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है। बता दें नई दरों को बैंक ने 15 जुलाई 2023 से लागू कर दिया है। बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक अलग-अलग अवधि की एमसीएलआर 8 फीसदी से लेकर 8.75 फीसदी के बीच है। बता दें इस बढ़ोतरी के बाद बैंक के ग्राहकों पर होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन आदि की ईएमआई का बोझ बढ़ जाएगा।
अवधि और ईएमआई
बता दें इससे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 15 मार्च, 2023 को अपने बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट्स में 70 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की थी। वहीं अब एसबीआई का ओवरनाइट एमसीएलआर 7.95 फीसदी से बढ़कर 8.00 फीसदी हो गया है। वहीं एक महीने का एमसीएलआर 8.10 फीसदी से बढ़कर 8.15 फीसदी हो गया है। वहीं तीन महीने का एमसीएलआर 8.10 फीसदी से बढ़कर 8.15 फीसदी, 6 महीने का एमसीएलआर 8.40 फीसदी से बढ़कर 8.45 फीसदी हो गया है। एक साल की अवधि का एमसीएलआर 8.50 फीसदी से बढ़कर 8.55 फीसदी, 2 साल का एमसीएलआर 8.60 फीसदी से बढ़कर 8.65 फीसदी और तीन साल का एमसीएलआर 8.70 फीसदी से बढ़कर 8.75 फीसदी तक पहुंच गया है।
बता दें रिजर्व बैंक ने महंगाई पर लगाम लगने के बाद से ही लंबे वक्त से रेपो रेट में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। ये 6.50 फीसदी पर स्थिर बना हुआ है। वहीं मई 2022 से अब तक केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट में कुल 2.25 फीसदी की बढ़त की है, मगर जून 2023 में महंगाई पर कुछ काबू पाने के बाद से रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है। इस फैसले के बाद भी बैंक लगातार अपनी ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं। इससे ग्राहकों पर महंगे ब्याज दर की मार पड़ रही है।
एचडीएफसी ने भी ब्याज ब्याज दर में किया इजाफा
बता दें एसबीआई से पहले देश के बड़े प्राइवेट सेक्टर के बैंक एचडीएफसी बैंक ने भी अपनी ब्याज दरों में इजाफा किया था। एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर में 15 फीसदी की बढ़ोतरी की था। ये बढ़ोतरी कुछ चुनिंदा अवधि के लोन पर किया गया है। नई दरें 7 जुलाई, 2023 से लागू हो चुकी हैं।