गोरखपुर
बिना पक्का बिल के बरात घर बुक करने वाले संचालकों की अब खैर नहीं है। लंबे समय से कर चोरी करके राजस्व को चूना लगाने वाले ऐसे संचालकों के विरुद्ध वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की टीम जानकारी एकत्र कर रही है। गोपनीय तरीके से इनपुट जुटाने के पीछे विभाग का उद्देश्य इन पर कार्रवाई करना है।
जीएसटी की टीम अब सड़कों पर उतरकर कार्रवाई करने की बजाय सीधे पान मसाला, आयरन स्क्रैप, प्लाईवुड, टिंबर के डीलर व वितरकों पर कार्रवाई करेगी। इसके लिए जोन के सभी सेक्टरों से ब्योरा मांगा गया है। साथ ही विभाग को कुछ ऐसे सराफा व्यवसायियों के बारे में भी बिना बिल के व्यापार करने की शिकायत मिली है। इनकी भी जीएसटी टीम ने गोपनीय जांच शुरू कर दी है।
विभागीय अधिकारी विभिन्न कंपनियों व उनसे जुड़े कारोबारियों द्वारा दाखिल रिटर्न की भी मानीटरिंग कर रहे हैं। उनके ई-वे बिल का भी मिलान हो रहा है। जांच अभियान को लेकर एडिशनल कमिश्नर के नेतृत्व में कई टीमें गठित की गई हैं, जो करापवंचन के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए लगातार रेकी कर रही हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
ग्रेड-दो एडिशनल कमिश्नर देवमणि शर्मा ने कहा कि करापवंचन के विरुद्ध विभाग लगातार अभियान चला रहा है। अब हम सिर्फ सड़कों पर ही कार्रवाई नहीं करेंगे, बल्कि कर चोरी करने वालीं कंपनियों के डीलर व वितरकों पर भी शिकंजा कसेंगे। ऐसे बरात घर संचालकों पर भी हमारी नजर है, जो बिना बिल के बुकिंग करते हैं और सीधे भुगतान लेकर कर चोरी में लिप्त हैं।