प्रयागराज
माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित सनी सिंह के बारे में अब नई जानकारी सामने आई है। पता चला है कि दिल्ली के कुख्यात अपराधी व गोगी गैंग के सरगना जितेंद्र गोगी ने अपने विरोधी टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए सनी सिंह को असलहे के साथ 10 लाख रुपया भी दिया था।
टिल्लू ताजपुरिया और उसके साथी बेहद चालाक थे, जिस कारण जितेंद्र ने हत्या के लिए नए शख्स सनी को सुपारी दी थी। तुर्किए निर्मित पिस्टल जिगाना और गिरसान के साथ सनी को 10 लाख रुपया भी दिया गया था। उससे यह भी कहा गया था कि काम होने के बाद वह गोगी गैंग में शामिल हो जाएगा।
इसका खुलासा एसआइटी ने अपनी केस डायरी में किया है, जो कोर्ट में दाखिल की गई है। सूत्रों का कहना है कि अतीक, अशरफ हत्याकांड की विवेचना कर रही एसआइटी के सदस्य दिल्ली गए थे। वहां जितेंद्र गोगी के खिलाफ दर्ज मुकदमों से लेकर उसके गैंग से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाई थी। तब पता चला था कि सनी सिंह मेरठ के एक शख्स के जरिए गोगी गैंग के संपर्क में आया था।
इसके बाद वह काफी दिनों तक दिल्ली में रहा। गोगी गैंग को एक नए चेहरे की तलाश थी, जो टिल्लू की हत्या कर सकता था। हमीरपुर निवासी सनी से खिलाफ दर्ज मुकदमों और हिस्ट्रीशीटर होने की जानकारी जब जितेंद्र को मालूम हुई तो उसने अपने विश्वास पात्र गुर्गे के माध्यम से विदेशी पिस्टल व 10 लाख रुपये भिजवाया था।
सनी सिंह योजना बनाकर टिल्लू को मौत की नींद सुलाता था, इससे पहले ही रोहिणी कोर्ट में जितेंद्र की हत्या हो गई। इसके बाद सनी पिस्टल और पैसा लेकर वहां से भाग निकला। शुरुआती दिनों में वह होटल में रहने और नशा करने में पैसा खर्च कर दिया। इसके बाद वह कुछ बड़ा काम करने नाम व पैसा कमाना चाहता था। तभी असद का वीडियो देखा और फिर साथियों के साथ अतीक-अशरफ की हत्या करने की योजना बनाई थी।