नई दिल्ली
वेस्टइंडीज के खिलाफ डॉमिनिका में जारी पहले टेस्ट में भारतीय टीम ने वो रिकॉर्ड हासिल किया जो टीम इंडिया पिछले 91 साल के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में हासिल नहीं कर पाई थी। भारत ने अपना पहला टेस्ट 1932 में खेला था, तब से लेकर भारत कभी भी बिना कोई विकेट खोए पहली पारी में विपक्षी टीम पर लीड लेने में कामयाब नहीं रहा था। मगर वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत ने ऐसा कर बड़ा करनामा कर दिया है। टीम इंडिया ने यह रिकॉर्ड यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी के दम पर हासिल किया जिनके बीच पहले विकेट के लिए 229 रनों की साझेदारी हुई। बता दें, इस मैच में भारत ने वेस्टइंडीज को पहली पारी में 150 रनों पर समेट दिया था।
इस टेस्ट से पहले भारत 1978 सिडनी टेस्ट की पहली पारी में बिना कोई विकेट खोए विपक्षी टीम के स्कोर के बेहद नजदीक पहुंचा था, मगर वह लीड हासिल करने से चूक गया था। उस टेस्ट में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 131 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद सुनील गावस्कर और चेतन चौहान के बीच पहले विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी हुई थी।
रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने लगाई रिकॉर्ड्स की झड़ी
रोहित और यशस्वी के बीच पहले विकेट के लिए 229 रनों की साझेदारी हुई। यह वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया की टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी है। रोहित और यशस्वी ने मिलकर इस दौरान वीरेंद्र सहवाग और संजय बांगर का 21 साल पुराना रिकॉर्ड किया है। इन दोनों ने मिलकर वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली दोहरे शतक की साझेदारी की थी।
वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप-
229 – रोहित शर्मा और यशस्वी जयसवाल, रोसेउ, 2023
201 – वीरेंद्र सहवाग और संजय बांगड़, मुंबई डब्लूएस, 2002
159 – वीरेंद्र सहवाग और वसीम जाफ़र, ग्रोस आइलेट, 2006
153 – सुनील गावस्कर और चेतन चौहान, मुंबई डब्ल्यूएस, 1978
136 – सुनील गावस्कर और अंशुमन गायकवाड़, किंग्स्टन, 1976