पुलवामा
अमरनाथ यात्रा को और सुरक्षित बनाने के लिए बड़ी संख्या में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया है क्योंकि अर्धसैनिक बल नवीनतम उपकरणों से लैस हैं और कश्मीर में सुरक्षा घेरे को बढ़ाने में मददगार साबित होंगे।
बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
सीआरपीएफ के उप महानिरीक्षक आलोक अवस्थी ने कहा, ‘‘हम चौबीसों घंटे, वर्ष के 365 दिन सेवा में तैनात रहते हैं, चाहे यात्रा हो या न हो। यात्रा के मद्देनजर बलों की (संख्या में) वृद्धि की गई है और अधिक सावधानी बरती जा रही है।''
अवस्थी ने बताया कि सीआरपीएफ दक्षिण कश्मीर में मौके पर निगरानी करने के लिए आधुनिक उपकरणों व हथियारों का इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम दुनिया में उपलब्ध सबसे आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। मैं यहां उसका विवरण नहीं दूंगा लेकिन हां, हम उनका इस्तेमाल कर रहे हैं।''
यह पूछे जाने पर कि क्या अमरनाथ की पवित्र गुफा के लिए चल रही तीर्थयात्रा पर कोई खतरा है, अधिकारी ने कहा कि सीआरपीएफ पूरे साल शांति सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करती है।
अवस्थी ने कहा, ‘‘कोई विशिष्ट खतरा नहीं है, लेकिन यात्रा हो या न हो, हमारी प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा है और हमारे जवान आराम नहीं करते। वे चौबीसों घंटे काम करते हैं। वे 365 दिन तैनात रहते हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि हम आपकी सेवा में हैं।''
अवस्थी ने तीर्थयात्रा के लिए स्थानीय आबादी के समर्थन की सराहना भी की।
हिमालयी क्षेत्र में स्थित 3,888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई, जो 31 अगस्त तक चलेगी।