भोपाल
गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मंत्री मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक लाख नौकरियां दे दीं जबकि कांग्रेसियों की प्रसव वेदना यह है कि वे एक भी नौकरी ना दे पाए। आईआईटी और नीट का एग्जाम कराने वाली सबसे प्रतिष्ठित कंपनी ने पटवारी चयन परीक्षा कराई है। प्रदेश को बदनाम करने की कोशिश कांग्रेस कर रही है।
मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता विश्व की आधुनिकतम परीक्षा और चयन प्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं और एक के बाद एक श्रृंखलाबद्ध झूठ बोल रहे हैं। कर्मचारी चयन आयोग द्वारा कराई गई पटवारी चयन परीक्षा में करप्शन के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा है कि सातों टॉपर्स ने अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा दी है। परीक्षा में हर जवाब की रिकॉर्डिंग होती है। उन्होंने कहा कि परीक्षार्थियों की मार्कशीट देख लेते। एक भी परीक्षार्थी के 25 में से 25 नंबर नहीं आए हैं।
उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को घेरते हुए कहा कि वे जुबानी जमा खर्च न करें, लिखित में मांगें, सब का जवाब दिया जाएगा। मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस के समय में एक भी व्यक्ति को नौकरी नहीं दी गई बल्कि रोजगार के नाम पर ढोर चराने और बैंड बजाने को लिखित में कहा गया। कमलनाथ की सरकार ने एक भी बेरोजगार को न रोजगार दिया न बेरोजगारी भत्ता दिया है।
हिन्दी में नहीं तो क्या इटालियन में करेंगे हस्ताक्षर
हिन्दी में हस्ताक्षर किए जाने को लेकर मंत्री मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिंदी में हो रही है। ऐसे में कांग्रेसियों द्वारा हिंदी में हस्ताक्षर पर प्रश्न उठाना शर्मनाक है। जहाँ मेडिकल, इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में होती हो वहां हस्ताक्षर हिंदी में नहीं तो क्या इटालियन में करेंगे।