भोपाल
केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव को प्रदेश का चुनाव अभियान का प्रभारी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को चुनाव अभियान का सह प्रभारी बनाए जाने के बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को चुनाव अभियान समिति की बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी है। तोमर को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपने का निर्णय मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भोपाल में भाजपा नेताओं के साथ की गई बैठक में ही हो गया था।
इसी कारण केंद्रीय मंत्री तोमर भोपाल में रुककर दिन में भाजपा के आधा दर्जन बड़े नेताओं के साथ बैठक की है। शाम को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी भोपाल पहुंचे और पार्टी की बैठक में शामिल हुए। प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार देर शाम हुई बैठक में चार जोन बनाकर विजय संकल्प यात्राएं निकालने के प्रारूप और चुनावी समितियों के नामों को लेकर चर्चा की गई। हालांकि 15 से 17 जुलाई को होने वाली बैठक में सभी निर्णय को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस बैठक में शामिल होने प्रदेश के चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव और सह प्रभारी अश्विनी वैष्णव भोपाल आएंगे।
सिंधिया और विजयवर्गीय को बड़ी जिम्मेदारी
अमित शाह द्वारा दिए गए निर्देशों के पालन की कार्य योजना बनाने को लेकर बैठक में पार्टी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और केंद्रीय मंत्री सिंधिया को चुनाव अभियान में अहम रोल देने का निर्णय भी लिया गया है। साथ ही बैठक में सिंधिया को प्रदेश में ज्यादा सक्रिय होने को कहा गया है। भाजपा के सूत्रों के अनुसार बुधवार को कोर ग्रुप की बैठक में चुनाव प्रबंधन समिति, चुनाव अभियान समिति और चुनाव प्रचार समिति के नामों को लेकर चर्चा की गई है। अब इसे भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और संगठन महामंत्री हितानंद बैठक कर अंतिम रूप देंगे।
चार जोन से निकलेंगी विजय संकल्प यात्रा
जानकारी के अनुसार विजय संकल्प यात्रा को लेकर दो प्रारूप पर चर्चा की जा रही है। इसमें एक प्रारूप में एक साथ अलग-अलग क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले विजय संकल्प यात्रा निकालेंगे। वहीं, सीएम यात्रा के बड़े शहरों के कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं, दूसरे प्रारूप में एक क्षेत्र से यात्रा प्रारंभ होगी। जो दूसरे क्षेत्र में प्रवेश करेगी।
क्षेत्र के अनुसार नेताओं को यात्रा की जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी। इसमें भी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष बड़े शहरों के कार्यक्रमों में शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार दूसरा प्रारूप पर करीब करीब सहमति बन गई है। चार जोन में मालवा-निमाड़, बुंदेलखड-विंध्य- महाकौशल, मध्य भारत और ग्वालियर-चंबल अंचल में बांटा जा सकता है।