इंफाल
राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) ने मणिपुर में उग्रवादी संगठनों के सदस्यों द्वारा जबरन वसूली से संबंधित एक मामले में म्यांमा के एक नागरिक सहित तीन लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है।
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि यहां एक विशेष अदालत में म्यांमा के दीपक शर्मा (38) उर्फ खिनमाउंग और मणिपुर के शेखोम ब्रूस मेइती (38) तथा सूरज जसीवाल (33) के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया, जो अपने कृत्यों को अंजाम देने के लिए विभिन्न उग्रवादी संगठनों के लिए धन एकत्रित करते थे।
अधिकारी ने बताया कि तीनों पर गैरकानूनी (गतिविधियां) रोकथाम अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं, जबकि शर्मा पर विदेशी अधिनियम के तहत अतिरिक्त आरोप लगाए गए हैं।
अब तक की जांच से पता चला है कि पीपुल्स रिवोल्यूशनरी आर्मी, कांगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी, पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेईपाक और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट जैसे प्रतिबंधित संगठनों के सदस्य इंफाल और घाटी के इलाकों में उगाही के लिए लोगों को फोन करते हैं और अपने संगठनों के लिए धन जुटाते हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि इन लोगों ने पीड़ितों के साथ अपने सहयोगियों के बैंक खाते का विवरण साझा किया और उन्हें उसमें पैसे जमा करने को कहा।