नई दिल्ली
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में टूट के बीच उद्धव ठाकरे गुट में एक बार फिर दरार पड़ने की अटकलें हैं। खबर है कि 4 और विधायक उद्धव का साथ छोड़कर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यानी शिवसेना के साथ जा सकते हैं। पहले ही शिवसेना (UBT) से दो विधायक शिंदे सेना में शामिल हो चुके हैं। इसी बीच शिवसेना ने कांग्रेस गुट को भी सरकार में आने का न्योता दिया है।
महाराष्ट्र सरकार में उद्योग मंत्री उदय सामंत दावा कर रहे हैं कि उद्धव कैंप के चार और विधायक उनके संपर्क में हैं। हालांकि, अब तक साफ नहीं है कि ये चार विधायक कौन हैं। हाल ही में एमएलसी रहीं नीलम गोरे ने शिंदे कैंप का दामन थाम लिया था। साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि विधानसभा चुनाव सीएम शिंदे की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा और वह मुख्यमंत्री पद पर काबिज रहेंगे।
कैबिनेट विस्तार पर चर्चाएं
फिलहाल, महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं हैं। कहा जा रहा है कि नए उपमुख्यमंत्री अजित पवार वित्त मंत्रालय चाहते हैं, जिसे लेकर शिवसेना असहज नजर आ रही है। हालांकि, अब तक किसी नेता ने खुलकर नाराजगी जाहिर नहीं की है। दरअसल, महाविकास अघाड़ी सरकार में पवार के पास ही वित्त विभाग था और शिंदे कैंप आरोप लगा रहा था कि उन्हें फंड के लिए परेशान किया जा रहा था। जबकि, एनसीपी विधायकों को तरजीह दी जा रही थी।
शिवसेना का नाराजगी से इनकार
इधर, सामंत ने एनसीपी के आने के बाद शिवसेना में नाराजगी की बात से इनकार किया है। इतना ही नहीं उन्होंने यह तक कह दिया है कि अगर कांग्रेस का गुट एनडीए सरकार में शामिल होता है, तो उन्हें भी सत्ता में शामिल किया जाएगा। फिलहाल, पवार दिल्ली पहुंचे हैं और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। उनके साथ दिग्गज नेता प्रफुल्ल पटेल भी हैं।