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धर्मांतरण के बाद सीमा हैदर की सचिन संग शादी कितनी वैध? जानें पबजी वाले प्यार पर मौलानाओं की राय

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 नई दिल्ली

पबजी वाले प्रेमी के लिए चार बच्चों के साथ पाकिस्तान की सीमा लांघकर भारत पहुंची सीमा हैदर इन दिनों सुर्खियों में है। पाकिस्तानी नागरिक गुलाम हैदर सीमा को अपनी बेगम बता रहा है, वहीं सीमा का कहना है कि उसका गुलाम हैदर से तलाक हो चुका है और उसने हिंदू धर्म अपनाकर रबूपुरा के सचिन से शादी कर ली है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने इस मामले में शरीयत के जानकार वरिष्ठ मौलानाओं और कानूनी अधिकारियों से बात की। उनका कहना है कि यदि सीमा हैदर ने धर्म परिवर्तन कर लिया है और वह मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू बन चुकी है तो गुलाम हैदर अब सीमा का शौहर नहीं है। यह शादी स्वत: ही समाप्त हो जाएगी।

जानकारों के अनुसार यदि सीमा ने धर्म परिवर्तन नहीं किया तो उसे विधिवत रूप से तलाक लेना होगा या फिर उसे विशेष विवाह अधिनियम के तहत अपनी शादी को रजिस्ट्रार के यहां पर पंजीकृत कराना होगा। गुलाम हैदर वीडियो जारी कर भारत और पाकिस्तान सरकार से गुहार लगा रहा है कि सीमा हैदर उसकी पत्नी है और उसकी पत्नी और बच्चों को पाकिस्तान वापस भेजा जाए। सीमा के अनुसार गुलाम हैदर उसे फोन पर दो दफे तीन बार तलाक बोल चुका है। ऐसे में उसका अब गुलाम से कोई वास्ता नहीं। मार्च में उसने नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में सचिन के साथ विवाह कर लिया है।

ट्रायल के बाद होगा सीमा के भाग्य का फैसला अपर आयुक्त : अपर आयुक्त कानून और व्यवस्था आनन्द कुलकर्णी ने कहा कि सीमा हैदर का मामला अभी न्यायालय में ट्रायल पर है। जब तक इस मामले में ट्रायल चल रहा है, तब तक वह यहां पर रहेगी। ट्रायल के बाद न्यायालय के आदेश के अनुसार उसे वापस पाकिस्तान भेजने या न भेजने का फैसला लिया जाएगा।

जेवर पुलिस की टीम बुधवार को फिर से रबूपुरा में सचिन के घर पहुंची। पुलिस टीम ने सचिन और सीमा से पूछताछ की। इसके साथ ही हिदायत दी कि बिना पुलिस की अनुमति के बाहर नहीं जा सकते। कलमा भी नहीं सुना सकी : सीमा हैदर का इंटरव्यू लेने के लिए मीडिया का तांता लगा है। एक वीडियो देवबंद में भी वायरल है। इसमें पूछे गए सवालों के उत्तर में सीमा न तो कलमा सुना सकी और न ही कुरआन-ए-पाक की सूरत। उसने यह कहकर बात काट दी कि अभी उसको याद नहीं। अलबत्ता, रमजान के दौरान नमाज पढ़ने की बात जरूर की। उलेमा का सवाल है कि यह कैसे हो सकता है कि कोई महिला रमजान में नमाज पढ़ती हो, रोज नहीं।

चारों बच्चे किसके पास रहेंगे? उलेमा की राय में सीमा हैदर कहीं भी रहे, लेकिन उसके चारों बच्चों पर पहला हक उसके शौहर गुलाम हैदर का रहेगा। परवरिश की जिम्मेदारी उसकी ही रहेगी, जब तक कि वह बालिग नहीं हो जाते।

– मौलाना एजाजुल हक कासमी, देवबंद के जामिया जहरा ऐंग्लो अरबिक मदरसे के उस्ताद ने कहा, ''इस्लम मजहब में शामिल शादीशुदा कोई महिला यदि धर्म परिवर्तन कर लेती है तो उसका पहले पति के साथ शरीयत के हिसाब से तलाक स्वयं हो जाता है। अगर सीमा हैदर ने धर्म परिवर्तन कर लिया है तो पहले शौहर से उसका निकाह स्वयं ही समाप्त हो गया है। सीमा के धर्म परिवर्तन करने से अब पहले शौहर के साथ शरीयत के हवाले से अब उसका निकाह नहीं रहा है।''

– छवि रंजन द्विवेदी, संयुक्त निदेशक अभियोजन ने कहा, ''अगर सीमा ने वैधानिक रूप से अपना धर्म परिवर्तन कर मंदिर में या फिर समाज के सामने अग्नि के सात फेरे लिए हैं तो यह शादी मान्य है। अगर उसने धर्म परिवर्तन नहीं किया है तो उसे विशेष विवाह अधिनियम के तहत अपनी शादी को रजिस्टर्ड कराना होगा।''