कैथल
दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड, असम, गुजरात, बिहार सहित देश के कई राज्य इन दिनों बाढ़ की चपेट में है। मूसलाधार बारिश से नदी-नाले तो पहले ही भर चुके थे, अब बैराजों से पानी छोड़े जाने रिहायशी इलाकों तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है। बाढ़ के बीच लोगों का रहना काफी मुश्किल हो गया है। ऐसे में जनप्रतिनिधियों के प्रति लोगों के मन में भारी गुस्सा है। इसी गुस्से की एक बानगी हरियाणा से देखने को मिला। जहां बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे विधायक को एक महिला ने जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। विधायक से स्थानीय लोगों की कहासुनी भी हुई। लोग इस बात से नाराज थे कि पांच साल बाद अब क्यों आए हो?
कैथल का मामला, जजपा विधायक को मारा थप्पड़
मामला हरियाणा के कैथल जिले का है। जहां बाढ़ प्रभावित एक महिला ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (JJP) के विधायक ईश्वर सिंह को सरेआम थप्पड़ मार दिया। विधायक के साथ लोगों ने धक्का-मुक्की भी की। महिला द्वारा विधायक को थप्पड़ मारने का वीडियो भी सामने आया है। जिसमें विधायक ईश्वर सिंह से लोगों से घिरे दिख रहे हैं।
5 साल बाद अब क्या लेने आए हो?
मिली जानकारी के मुताबिक जजपा विधायक ईश्वर सिंह चीका क्षेत्र के गांव भाटिया में घग्गर नदी का बांध टूटने के बाद गांव में भरे पानी से पैदा हुए हालात का जायजा लेने पहुंचे थे। जहां विधायक को देखते ही लोगों का गुस्सा भड़क उठा। ग्रामीणों ने विधायक से सवाल किया कि 5 साल बाद अब क्या लेने आए हो? इसी बीच एक महिला ने विधायक को जोरदार थप्पड़ मार दिया।
विधायक बोले- ग्रामीणों का गुस्सा स्वाभाविक
लोगों का विरोध सहने और महिला से थप्पड़ खाने के बाद विधायक ईश्वर सिंह ने कहा कि क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति बनी है। इस स्थिति में ग्रामीणों का गुस्सा स्वाभाविक है। गांव में आई प्राकृतिक आपदा में कोई कुछ नहीं कर सकता। इस दौरान कुछ समय तक विधायक ईश्वर सिंह का विरोध होता रहा। यहां पर ग्रामीणों की काफी भीड़ जुट गई। सुरक्षा कर्मियों ने विधायक को भीड़ से बचाया।
आप ने कहा- गठबंधन सरकार से लोग परेशान
बीते दिनों हुई तेज बारिश के बाद चीका क्षेत्र में घग्गर नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 40 गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है और कई गांवों में पानी भी भर गया है। विधायक को थप्पड़ जड़ने का वीडियो सामने आने के बाद AAP नेता अनुराग ढांडा ने कहा कि लोग हरियाणा की गठबंधन सरकार के नकारापन और भ्रष्टाचार से बेहद परेशान हैं। बाढ़ से खेतों में फसल तबाह हो गई और सरकार से कोई मदद नहीं मिल रही है। आखिरकार गांव वालों का गुस्सा फूट पड़ा है।