नई दिल्ली
टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को एक महीने पहले खेले गए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह नहीं मिली थी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए खिताबी मैच में आर अश्विन को आखिरी समय पर प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया। अब अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली ही पारी में पांच विकेट चटकाने के बाद WTC से बाहर किए जाने पर कहा कि वे दुखी थी।
आर अश्विन ने पहले दिन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में WTC को लेकर बताया, "आजकल इतना ज्यादा इंटरनेशनल क्रिकेट होता है, दुनियाभर में लीग क्रिकेट होता है। ऐसे में हमें वर्तमान में रहना जरूरी है। मैं भी बहुत सारे काम करता हूं, क्रिकेट और क्रिकेट से जुड़े। घर पर भी टीम हैं। उसका भी ध्यान रखना पड़ता है। मैं हमेशा वर्तमान में रहने के बारे में सोचता हूं। जो WTC में हुआ, हम हार गए।"
उन्होंने आगे कहा, "मेरे लिए बहुत दुखी करने वाली बात थी, हम WTC Final जीत नहीं पाए। हम दो बार फाइनल में पहुंचे, लेकिन जीत नहीं पाए। हमारे लिए एक-दो दिन का खेल खराब रहा और हम खिताब हार गए। इसके बाद हमें वेस्टइंडीज में नए WTC साइकल के लिए आना था। मेरे लिए अच्छी शुरुआत सीरीज में करने की योजना थी, जो मैंने और टीम ने की। मैं लकी था कि मेरे लिए अच्छा स्पेल रहा।"
अश्विन ने आगे ये भी बताया कि वे इस बात से नाराज नहीं हैं कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में नहीं चुना गया, क्योंकि अगर वे ड्रेसिंग रूम में नाराज हो जाते हैं तो फिर उनमें और एक युवा खिलाड़ी में क्या फर्क होगा। हालांकि, उन्होंने ये भी दावा किया कि वे मानसिक और शारीरिक रूप से WTC फाइनल खेलने के लिए तैयार थे। अश्विन ने ये भी बताया कि वे इसके लिए भी तैयार थे कि उन्हें बाहर बैठना पड़ सकता है।
दिग्गज ऑफ स्पिनर अश्विन का कहना है कि वह चाहते थे कि किसी न किसी प्रकार से वह टीम के लिए कॉन्ट्रिब्यूट करें और उन्होंने ऐसा किया, लेकिन टीम जीत नहीं पाई। इसका उनको दुख है। अगर वह नहीं खेल रहे हैं तो क्या ड्रेसिंग रूम के माहौल को ठीक रखने का जिम्मा उनका नहीं है। उनका मानना था कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल जीतना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण था।