बिहार
बिहार की राजनीति इन दिनों बदलावों और बड़े संभावनाओं के दौर से गुजर रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले कई सियासी समीकरण बनते बिगड़ते दिख रहे हैं। कोई जेडीयू में फूट का दावा कर रहा है तो कोई 2024 में मोदी को सत्ता से बेदखल करने की बात कह रहा है। एनडीए और मोदी विरोधी दलों के साथ जुड़ने टूटने का सिलसिला जारी है। दोनों दलों के कद्दावर जमकर बयानबाजी भी कर रहे हैं।
एक बात बिहार के सियासी गलियारे में जोर-जोर से कही सुनी जा रही है कि चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास किसके साथ जाएगी? कयास लगाए जा रहे हैं कि चिराग की पार्टी एनडीए का हिस्सा बनेगी। हालांकि, पार्टी की ओर से इसे कंफर्म नहीं किया गया है। इस बीच रविवार को राजधानी पटना में बड़ा पॉलीटिकल डेवलपमेंट देखने को मिला। लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान अपने पार्टी के नेताओं की बैठक लेने से पहले बीजेपी के कद्दावर और केंद्रीय गृह मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की। नित्यानंद राय पार्टी के श्री कृष्णा पुरी स्थित प्रदेश कार्यालय पहुंचे जहां दोनों नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में भेंट हुई। उनके बीच ना सिर्फ मुलाकात हुई बल्कि दोनों ने साथ बैठकर काफी देर तक आपस में बातचीत भी की।
हालांकि, इसे लेकर कुछ बताया नहीं गया है। चिराग पासवान ने इस मुलाकात को लोगों से शेयर भी किया। पार्टी के ऑफिसियल ट्विटर पर इसकी तस्वीरें जारी कर कहा गया कि आज बिहार प्रदेश कार्यालय श्री कृष्णापुरी में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जी ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय चिराग पासवान जी से मुलाकात की। लोक जनशक्ति पार्टी की बैठक से पहले इस मुलाकात के बड़े सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इस जानने की उत्सुकता बढ़ गई है कि चिराग पासवान कब एनडीए में शामिल हो रहे हैं।
लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने पार्टी के सभी महत्वपूर्ण और बड़े नेताओं की बैठक बुलायी है। रविवार को उनके पटना स्थित आवास पर यह बैठक हो रही है। माना जा रहा है कि बैठक में पार्टी नेताओं के साथ भावी रणनीति पर विचार-विमर्श होने वाला है। लोकसभा चुनाव को लेकर किसी गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया जा सकता है। ऐसे उनके एनडीए में जाने के कयास तेज हो गए हैं।
दरअसल चिराग पासवान खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान बार बार बताते रहते हैं। दावा करते हैं अपने राम के लिए वह काम कर रहे हैं। वह अप्रत्यक्ष रूप से लगातार भाजपा के कार्यों का समर्थन करते आ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान एनडीए से अलग हो गए फिर भी बीजेपी को सपोर्ट करते रहे। पिछले उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार की जीत में चिराग पासवान ने खूब पसीना बहाया। माना जा हा है कि आज चिराग पासवान पटना के पार्टी कार्यालय में बैठक बुलाकर कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं।