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निजी कारणों से एमएलसी से हटे अंबाती रायुडु

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नई दिल्ली
भारत के पूर्व बल्लेबाज अंबाती रायुडु निजी कारणों से अमेरिका के क्रिकेट टूर्नामेंट मेजर लीग क्रिकेट (एमएलसी) से हट गये हैं। रायुडु ने जून में इंडियन प्रीमियर लीग से संन्यास लेने के बाद चेन्नई सुपर किंग्स की फ्रेंचाइजी टैक्सास सुपर किंग्स के साथ अनुबंध किया था।

उनका यह फैसला ऐसे समय में आया है जबकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) भारतीय खिलाड़ियों के पूर्व निर्धारित संन्यास को रोकने के लिए ‘कूलिंग ऑफ पीरियड’ की व्यवस्था करने पर विचार कर रहा है। भारत के सक्रिय खिलाड़ी विदेशी लीग में नहीं खेल सकते हैं लेकिन सन्यास लेने के बाद वे इनमें खेल सकते हैं।

टैक्सास सुपर किंग्स ने बयान में कहा, ‘‘अंबाती रायुडु निजी कारणों से टैक्सास सुपर किंग्स की तरफ से एमएलसी के पहले सत्र में भाग लेने के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे।’’ मेजर लीग क्रिकेट अमेरिका में 13 जुलाई से 30 जुलाई तक खेला जाएगा। कोलकाता नाइट राइडर्स, चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस जैसी आईपीएल की फ्रेंचाइजी ने भी एमएलसी में टीम खरीद रखी हैं।

 

हमारे युग में, हॉकी टूर्नामेंट के लिए चेन्नई वही था जो आज ओडिशा है : तुषार खांडकर

नई दिल्ली
 चेन्नई में 16 वर्षों के बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी से प्रशंसकों में भारी उत्साह है। चेन्नई के मेयर राधाकृष्णन हॉकी स्टेडियम में 3 अगस्त से हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2023 शुरू होने वाली है। इस टूर्नामेंट को देखते हुए हॉकी इंडिया ने चेन्नई क्रॉनिकल्स सीरीज़ शुरू की है, जिसमें शहर के कुछ प्रतिष्ठित रोमांचक मैचों पर बात की जाएगी।

चेन्नई क्रॉनिकल्स सीरीज़ के दूसरे एपिसोड में, भारत के पूर्व कप्तान तुषार खांडकर ने इस शहर से जुड़ी कुछ पुरानी यादों को साझा किया। तुषार को हाल ही में भारतीय जूनियर महिला टीम का कोच नियुक्त किया गया है।

2007 में एशिया कप के दौरान चेन्नई में भारतीय टीम के प्रदर्शन और वार्षिक ऑल इंडिया एमसीसी मुरुगप्पा गोल्ड कप में उनकी नियमित उपस्थिति को लेकर तुषार ने कहा, ''हमारे युग में, चेन्नई हॉकी के लिए वही हुआ करता था जो आज ओडिशा है। हमारे पास वहां बहुत सारे टूर्नामेंट होते थे और चेन्नई के हॉकी प्रेमी न केवल अंतरराष्ट्रीय मैच देखने आते थे, बल्कि वे बड़ी संख्या में घरेलू मैच भी देखने आते थे। मेरा अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त होने के बाद भी, मैं एमसीसी मुरुगप्पा गोल्ड कप खेलने के लिए अक्सर चेन्नई जाता था। यह एक प्रतिष्ठित टूर्नामेंट था, सीज़न की शुरुआत की तरह, और हम सभी ने वहां के माहौल का पूरा आनंद लिया।''

उन्होंने कहा, ''ओडिशा के हॉकी प्रशंसकों की तरह, चेन्नई के दर्शक भी खेल के प्रति बहुत जागरूक हैं, वे अतीत और वर्तमान हॉकी सितारों से परिचित हैं और वे वास्तव में खेल से प्यार करते हैं। भीड़ का समर्थन एक कारण था कि भारतीय टीम के खिलाड़ी भी चेन्नई में अधिक मैच खेलना चाहते थे, यही वजह है कि हममें से कई लोगों ने एमसीसी मुरुगप्पा गोल्ड कप खेलने का विकल्प चुना।''

तुषार 2007 पुरुष एशिया कप जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा थे। इस टूर्नामेंट में दिलीप टिर्की की अगुवाई वाली टीम ने दक्षिण कोरिया को 7-2 से हराया। तुषार का मानना है कि घरेलू दर्शकों के सामने खेलते हुए इस जीत ने अंतरराष्ट्रीय हॉकी में टीम के पुनरुत्थान को प्रेरित किया।

तुषार ने याद करते हुए कहा, ''चेन्नई में एशिया कप हमारे लिए एक बहुत बड़ा अवसर था। यह अंतरराष्ट्रीय हॉकी में वापसी करने का मौका था, यह जीत हमारे लिए आगे बढ़ने और अन्य बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने का एक मंच बन गई।''

आगामी हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 के बारे में तुषार ने कहा, ''मेरा मानना है कि यह भारतीय टीम के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है। जबकि ओलंपिक योग्यता दांव पर होने के कारण सितंबर में एशियाई खेल भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण मुकाबला है, मुझे लगता है एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी यह परखने के लिए एक अच्छा मंच प्रदान करेगी कि हम एशियाई पक्षों के खिलाफ कहां खड़े हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत जीत का प्रबल दावेदार है और मैं उन्हें हीरो एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 और एशियाई खेलों दोनों के लिए शुभकामनाएं देता हूं।''