भोपाल
सफलता की कहानी
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से प्रतिमाह मिलने वाली एक हजार रुपये की राशि को एकत्रित कर विदिशा नगरीय क्षेत्र के पूरनपुरा क्षेत्र की मयूर विहार कॉलोनी निवासी सास-बहू स्वयं का रोजगार स्थापित करने की योजना बन रही है। सास श्रीमती मिथिलेश श्रीवास्तव और बहू विदुषी श्रीवास्तव लाड़ली बहना बन गई हैं और उनके बैंक खातों में एक-एक हजार की राशि भी आ चुकी है। अब वे आगामी महीनों में स्वयं का रोजगार स्थापित करने का लिए प्लान बना रही हैं।
हितग्राही सास-बहू का कहना है कि मुख्यमंत्री ने योजना शुरू कर महिलाओं के लिए सराहनीय कार्य किया है। अब महिलाएँ प्रतिमाह प्राप्त होने वाली राशि को अपने पर खर्च कर सकती हैं, अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा पर खर्च कर सकती हैं और चाहें तो इस राशि को एकत्रित कर स्वयं का रोजगार भी स्थापित कर सकती हैं। सास श्रीमती मिथिलेश श्रीवास्तव कहती हैं कि वे बहू विदुषी के साथ मिलकर योजना से मिलने वाली राशि से एक अच्छा स्व-रोजगार शुरू करेंगी, जिससे उनके परिवार की आय में वृद्धि हो। सास-बहू योजना का लाभ लेकर बहुत प्रसन्न है और मुख्यमंत्री चौहान को धन्यवाद भी देती है।