हिंदू धर्म में सावन शिवरात्रि का बेहद ही खास महत्व होता है। हर साल सावन मास के चतुर्दशी तिथि पर सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार 15 जुलाई को यह पर्व मनाया जाएगा। सावन मास के अन्य दिनों की तरह यह दिन भी भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन विधिपूर्वक भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है। साथ ही जीवन के कष्ट दूर होते हैं और वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
बन रहे हैं 2 शुभ संयोग
इस बार सावन शिवरात्रि पर बेहद ही खास संयोग बन रहा है। 15 जुलाई रात 8:32 बजे चतुर्दशी तिथि का आरंभ हो जाएगा और 16 जुलाई रात 10:08 बजे इसका समापन होगा। इस बार सावन शिवरात्रि पर दो शुभ योग बन रहे हैं, जिसमें वृद्धि और ध्रुव योग शामिल हैं। साथ ही इस दिन मृगशिरा नक्षत्र भी बन रहा है। इस दौरान भोलेनाथ की पूजा करना बेहद फलदायी होगा।
लगाएं इन चीजों का भोग
सावन शिवरात्रि के दिन पूजा के दौरान भगवान शिव को कुछ चीजों का भोग लगाना बेहद शुभ माना जाता है। महादेव को प्रसन्न करने के लिए इस दिन मखाने की खीर, भांग के पकौड़ें, आटा या सूजी का हलवा, मालपुआ और ठंडाई का भोग लगाएं।
ऐसे करें पूजा
- सावन शिवरात्रि के दिन सुबह उठकर स्नान कर लें और उसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग का जलाभिषेक करें। दूध, शहद, दही और चीनी से भगवान शिव को स्नान करवाएं।
- अब फूल, माला, बेलपत्र, आक का फूल और धतूरा अर्पित करें।
- माता पार्वती की पूजा करें और श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
- धूप और दीप जलाकर आरती करें।
- शिव तांडव स्त्रोत का पाठ जरूर करें।