रायबरेली
रायबरेली में शनिवार की सुबह दर्दनाकर हादसा हो गया। गदागंज इलाके में नहाने के लिए तालाब में कूदे आठ में से पांच बच्चों की मौत हो गई। चीखपुकार पर पहुंचे ग्रामीणों ने तीन बच्चों को बचाया। सभी बच्चे पहले बारिश में भींग रहे थे। फिर नहाने के लिए तालाब में कूद गए। इसी दौरान गहरे पानी और दलदली मिट्टी के कारण डूबने लगे। हादसे की खबर लगते ही बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई। पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। मरने वाले सभी बच्चों की उम्र सात से 12 साल के बीच है।
बताया जाता है कि बांसी रिहायक गांव निवासी आठ बच्चे बारिश में नहाते नहाते तालाब में नहाने चले गए। इस दौरान बच्चों के परिजन अपने अपने कार्यो में व्यस्त थे। बच्चे हमेशा की तरह तालाब में नहाने लगे लेकिन पिछले कई दिनों की लगातार हो रही बारिश के कारण तालाब की मिट्टी दलदली हो चुकी थी। बच्चे वक्त की नजाकत भांप नही पाए और बारिश के दौरान भी नहाते रहे।
नहाते समय एक बच्चा जब डूबने लगा तो उसके और साथी उसे बचाने की कोशिश में मौत के आगोश में समाने लगे। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े। किसी तरह तीन बच्चों को बचा लिया गया लेकिन पांच बच्चों की डूबने से मौत हो गई। ऋतु पुत्री जीतू, सोनम पुत्री सोनू, अमित पुत्र सोनू, वैशाली पुत्री विक्रम, रूपाली पुत्री विक्रम की मौत हो गई है। सभी मृतको की उम्र सात से 12 वर्ष के बीच की बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि प्रशासन का प्रयास है कि पीड़ित परिवारों को नियमानुसार सरकारी सहायता जल्द उपलब्ध करा दी जाए।
खेलते खेलते गहरे पानी में चले गए
जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त एक बच्चा आशीष मौके पर था। उसने बताया सभी बारिश में घर के बाहर खेल रहे थे। अचानक एक-एक करके तालाब में खेलने लगे। थोड़ी देर किनारे में नहाते रहे। इसके बाद दो बच्चे आगे बढ़ गए। वहां पर तालाब ज्यादा गहरा था। वो डूबने लगे तो उनके पीछे 3 बच्चे भी चले गए। एक-एक करके पांचों बच्चे डूब गए। मैंने जब यह देखा तो मैं दौड़कर गया और आस-पास के लोगों को बुलाया। जब तक बच्चों को निकाला गया। तब तक सभी पांच बच्चों की मौत हो चुकी थी।
एक साथ पांच बच्चों की मौत से कोहराम
एक साथ पांच बच्चों की मौत से गांव में कोहराम मचा है। हादसे में जान गंवाने वाली बच्ची ऋतु की मां बेटी की मौत की खबर सुनकर बेहोश हो गईं। वह रोते हुए कहती हैं, मेरी बेटी घर से खेलने के लिए निकली थी। कब तालाब किनारे पहुंच गई और कब नहाने लगी कुछ पता नहीं चला। मुझे पता नहीं था कि उसकी लाश आएगी।
वहीं, सोनम के पिता ने कहा कि मेरी बेटी कभी घर से बाहर नहीं जाती थी। आज पता नहीं कैसे तालाब किनारे पहुंची और नहाने लगी। उसके डूबने की खबर मिली तो मौके पर पहुंचा। लेकिन, तब तक सब खत्म हो चुका था। बेटी की सांसें थम चुकी थीं।
रुपाली की बहन ने रोते हुए कहा कि मेरी बहन मुझे बता कर गई थी कि मैं बाहर खेलने गई थी। मैं घर की दरवाजे पर बैठकर उसका इंतजार ही कर रही हूं। मुझे पता नहीं था कि वह अब कभी नहीं आएगी। मुझे इस गलती का एहसास हो रहा है कि आखिर मैंने उसे रोका क्यों नहीं।