कोलकाता
पश्चिम बंगाल में आज पंचायत चुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। कुल 63,229 ग्राम पंचायत सीटों के साथ 9,730 पंचायत समिति सीटों और 928 ज़िला परिषद सीटों पर चुनाव हो रहा है। सुबह से पोलिंग बूथ पर लोगों की भीड़ है। हालांकि अलग-अलग जगहों से तोड़-फोड़ और हिंसा की खबरें आ रही हैं। अज्ञात उपद्रवियों ने कथित तौर पर 6/130 बूथ, बरविटा प्राइमरी स्कूल में तोड़फोड़ की। कुछ जगहों से बूथ लूटे जाने की खबरें भी आ रही हैं। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगाल चुनाव में आज सुबह से वोटिंग के दौरान नौ लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने हिंसा के लिए ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया है।
कई जगह बूथ कैपचरिंग की घटनाएं सामने आईं तो कई जगह लोगों के पहले ही वोट पड़ जाने की शिकायतें आईं। बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हो रही हिंसा प बीजेपी ने टीएमसी पर निशाना साधा है। विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि TMC के गुंडों और पुलिस की मिलीभगत है इसलिए इतनी हत्या हो रही हैं। ममता बनर्जी हिंसा के लिए जिम्मेदार हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि हिंसा के लिए कौन जिम्मेदारहै? यह चुनाव नहीं हो रहा, मौत हो रहा है। हिंसा आगजनी हो रही है। कंद्रीय सुरक्षा बलों को तैनात करने की बात कही गई थी। कहां हैं वह?
'खुलेआम हो रही लूट'
सुवेंदु ने आरोप लगाया कि सीसीटीवी की निगरानी का दावा किया गया था लेकिन कहीं भी सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाए गए हैं। खुलेआम हिंसा हो रही है। वोटों की लूट हो रही है। उन्होंने कहा कि बंगाल में वोट नहीं हो रहे लूट हो रही है।
'ममता बनर्जी चाहती हैं 200 लोग मरें'
नंदीग्राम से विधायक शुभेंदु अधिकारी नंदीग्राम-1 ब्लॉक के बूथ नंबर 77 के नंदनायकबर प्राइमरी स्कूल में वोट डालने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह किसका चुनाव है? राज्य सरकार का। किस राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव केंद्रीय बलों के पास जाते हैं! हमें इतना बल मिला है क्योंकि हमने बीजेपी का मामला बनाया है। लेकिन, उनका उपयोग नहीं किया गया। इतने बड़े राज्य में एकदलीय चुनाव क्यों? मतदान एक-एक सिपाही और सिविक वालंटियर्स द्वारा कराया जाता है। ममता बनर्जी चाहती हैं कि 200 लोग मरें।
'चुनाव को बनाया तमाशा'
सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी के भाड़े के हत्यारे राजीव सिन्हा राज्य भर में अपनी योजनाओं को अंजाम दे रहे हैं। यह उनका लोकतंत्र का मॉडल है। इस बीच बीजेपी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा, 'रात में मतदान हुआ है। लोग वोट देने पहुंचे तो पता चला कि उनके मत पड़ चुके हैं। पूर्वी मेदिनीपुर में आतंक चल रहा है। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। कुछ स्थानों पर, वे हाथ जोड़कर अनुरोध कर रहे हैं। चुनाव को जानबूझकर एक तमाशा के रूप में लिया गया है।
'घर में घुसकर हो रहीं हत्याएं'
शमिल भट्टाचार्य ने कहा कि आयोग ने यह नहीं बताया कि केंद्रीय बल कहां भाग रहे हैं। हम जो देख सकते हैं वह यह है कि अधिकांश बूथों पर एक पुलिसकर्मी है। महिला उम्मीदवारों को पीटा जा रहा है। घरों में घुसकर हत्या की जा रही है। आठ लोग मारे गए हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किस पार्टी के लोग मर रहे हैं। लेकिन, खूनी राजनीति स्वीकार्य नहीं है। लोकतंत्र कहां है! राज्यपाल आम लोगों के अधिकारों की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।