- चिरांद बन रहा सबका माई बाप
- चिल्लू का रिश्तेदार शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर कर रहा ठगी
शहडोल
झूठी वाहवाही और अपने आप को संपूर्ण नगर परिषद का मालिक मान बैठा चिरांद इन दिनों क्षेत्र में असमंजस की स्थिति उत्पन्न कर रहा है लोगों की माने तो पूर्व में जिनके साथ कांटे का टक्कर और दुश्मनी का चोला ओढ़ कर बरसों से राजनीति करते आ रहा चिल्लू चिरांद की सहयोग से आपसी सामंजस्य बनाने में लगा है और क्षेत्र में विकास की गंगा बहाने की बात कर रहा है सूत्रों की माने तो इन दिनों नगर परिषद क्षेत्र अंतर्गत पार्षदों में देखा जा रहा है की वार्ड में होने वाला कोई भी विकास कार्य बिना उनकी उपस्थिति के चिरांद के द्वारा पूरा श्रेय लेने का प्रयास किया जा रहा है
चिरांद एक छोटे से ओहदे में रहकर जिसका कार्य सिर्फ शासन की योजनाओं पर खासकर विधायक क्षेत्र के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की निगरानी करने के लिए नियुक्त किया गया है वह अब पार्षद, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सभी को पीछे छोड़ अपनी हेकड़ी बताने में लगा है ज्ञात हो कि अपने वार्डो की समस्याओं से अनभिज्ञ पार्षदगण चिरांद की निगरानी में जनसेवा और नेतागिरी को अंजाम दे रहे हैं सूत्रों की माने तो चिल्लू का एक रिश्तेदार नगर परिषद क्षेत्र में लोगों के पास घूम- घूम कर जाता है और उनसे रुपयों की वसूली कर शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने का वादा करता है जिससे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है कि यह चिल्लू का रिश्तेदार है हमको लाभ दिला सकता है किंतु वह रिश्तेदार पूर्व में भी कई लोगों से फ्रॉड गिरी कर चुका है और उसकी आदत में झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर गले तक कर्जे में डूबा हुआ है इस बात को लेकर चिल्लू मानसिक रूप से परेशान है
इधर चिरांद झूठी वाहवाही लेने में व्यस्त है और रिश्तेदार फ्रॉड लोगों को योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर उनसे ठगी कर रहा है। यह फ्रॉड रिश्तेदार इस तरह की भी हरकत कर चुका है जब नगर परिषद द्वारा निकली हुई भर्ती सफाई कर्मचारियों के ऊपर स्वच्छता प्रभारी के पद के लिए फर्जी तौर पर प्रमाण पत्र जारी करा कर जमा किया हुआ है।
जल समस्याओं और विकास को लेकर लंबी लंबी हंसने वाले हां करने वाले चिरांद को यह पता नहीं कि पूरे क्षेत्र में सफाई को लेकर कहीं भी या कहे तो सिर्फ एकाद जगह ही झाड़ू लग पा रहा है क्योंकि साफ तौर पर देखा जा सकता है वार्ड मैं जगह जगह कचरो गंदगी का ढेर लगा हुआ है सफाई के अभाव में चारों तरफ कचरे का अंबार लगा हुआ है।
बोर्ड में रहने वाले जनता की माने तो चुनाव के दौरान किए गए वादे मैं एक भी कार्य आज तक पूर्ण नहीं कराया गया अगर वार्ड को लिया जाए जिसमें तालाब घाट निर्माण सड़क निर्माण नालियों का निर्माण यह सब किसी कोने में विकास की राह देखते बैठे हैं।
विकास सिर्फ कुछ रुपए देकर ऐसे तथाकथित लोगों के नारद गिरी के कारण अपनी छवि को सुधारने में लगे हुए हैं।
उपाध्यक्ष के साथ रहने वाले कुछ चिरकुट ओने अपना पाला बदल लिया है अब वह चिरांद के इशारे पर अपनी पूंछ हिलाते हैं यह कैसे हो गया।