भोपाल
साल 2023 के अंतिम महीनों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों (MP Assembly Elections 2023) में पांचवीं बार भी सत्ता का सुख भोगने की मंशा रख रही भारतीय जनता पार्टी (BJP) पूरे राज्य में तेजी से सक्रिय है. वर्तमान में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की जोड़ी एमपी की सियासत में जबरदस्त तरीके से एक्टिव है.
मध्य प्रदेश में होने वाले ज्यादातर कार्यक्रमों में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान साथ ही नजर आ रहे हैं. दोनों दिग्गज नेताओं की यह जोड़ी आठ जुलाई को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गढ़ में दस्तक देने जा रही है.
बता दें, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के गढ़ राघोगढ़ में 8 जुलाई को लाडली बहना सम्मेलन का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शमिल होंगे. आयोजन गुना जिले के राघौगढ़ में आईटीआई परिसर में होगा. कार्यक्रम को देखते हुए कलेक्टर द्वारा कार्यक्रम स्थल का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने मंच व्यवस्था, पंडाल, पेयजल व्यवस्था, बैठक व्यवस्था, यातायात, पार्किंग व्यवस्था के लिए दिशा निर्देश दिए तो वहीं एक दिन पहले मप्र सरकार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया ने भी राधौगढ़ पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
साल 1977 से दिग्विजय परिवार का कब्जा
बता दें साल 1977 से ही राधौगढ़ विधानसभा पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के परिवार का कब्जा चला जा रहा है, जो अब भी जारी है. 1977 में दिग्विजय सिंह यहां से विधायक चुने गए थे, इसके बाद 1980 में दिग्विजय सिंह, 1985 में दिग्विजय सिंह के चचेरे भाई मूल सिंह, 1990 में दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह, 1993 में लक्ष्मण सिंह, 1998 में फिर दिग्विजय सिंह विधायक चुने गए. 2003 में दिग्विजय सिंह, 2008 में मूलसिंह, 2013 में दिग्विजय सिंह के पुत्र जयवर्धन सिंह विधायक चुने गए, वर्तमान में भी जयवर्धन सिंह ही राधौगढ़ से विधानसभा सीट से विधायक है.