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जाने विजया बैंक और देना बैंक के विलय से ग्राहकों पर क्या पड़ेगा असर

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बैंक आॅफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय हो चुका है। बैंक आॅफ बड़ौदा देश का दूसरा सबसे बड़ा सरकारी बैंक बन गया है। अब देना बैंक और विजया बैंक की ब्रांच बैंक आॅफ बड़ौदा की ब्रांच कहलाई जाएगी। ऐसे में जिन भी खाताधारकों का देना बैंक और विजया बैंक में अकाउंट होगा उनको आने वाले महीनों में कुछ काम करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं क्या करने होंगे काम-देश के तीन प्रमुख सरकारी बैंकों के विलय से खाताधारकों पर कोई असर नहीं होगा लेकिन इन बैंकों के अकाउंट होल्डर्स के लिए थोड़ा काम जरूर बढ़ जाएगा। इस फैसले से आम ग्राहकों को कई काम करने पड़ सकते हैं। पासबुक , चेकबुक और एटीएम कार्ड को लेकर बड़े बदलाव हो सकते हैं। बैंक आॅफ बड़ौदा में विलय के बाद देना बैंक और विजया बैंक के खाताधारकों को नए चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड बनवाने पड़ सकते हैं। बैंक जो भी फैसले लेगा उसके बारे में ग्राहकों को पहले सूचित किया जाएगा। इसके लिए बैंक कस्टमर्स को समय देगा, ताकि कस्टमर्स को नई पासबुक या चेकबुक मिल सके। देना बैंक और विजया बैंक की सभी ब्रांच के आईएफएससी कोड भविष्य में बदल सकते हैं। इसके बारे में बैंक जल्द घोषणा कर सकता है। हालांकि बैंक आॅफ बड़ौदा ने कहा है कि वह कोई भी बैंक ब्रांच बंद नहीं करेगा लेकिन आस-पास की बैंक ब्रांच को भविष्य में आपस में जोड़ा या एक किया जा सकता है। अगर बैंक ऐसा करता है तो इस बारे में ग्राहकों को पहले से जानकारी देगा। बैंक आॅफ बड़ौदा में हुआ विजया बैंक,देना बैंक का विलय, बना देश का तीसरा बड़ा सरकारी बैंक,अगर बैंक आॅफ बड़ौदा देना बैंक या विजया बैंक की एक ही जगह की आसपास की ब्रांच को आपस में जोड़ता है या एक करता है तो लॉकर भी नई ब्रांच में शिफ्ट हो सकते हैं। इसके बारे में बैंक पहले से सूचित करेगा। देना बैंक या विजया बैंक से बैंक आॅफ बड़ौदा, बैंक आॅफ बड़ौदा से देना बैंक या विजया बैंक, देना बैंक और विजया बैंक में एनईएफटी या आरटीजीएस के जरिए पैसा ट्रांसफर करने पर चार्ज नहीं लगेगा। अगर बैंक गलती से चार्ज काट भी लेता है तो वह उसे वापिस कर देगा। 1 अप्रैल के बाद से देना बैंक या विजया बैंक में डेबिट कार्ड के लिए आवेदन करने पर बैंक आॅफ बड़ौदा का डेबिट कार्ड जारी होगा। ऐसी उम्मीद की जा रही है कि तीनों बैंकों के विलय होने से कस्टमर्स को पहले से बेहतर फोन बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा मिल पाएगी। बैंक आॅफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय के बाद देश भर में बैंक आॅफ बड़ौदा की 9,500 शाखाएं 13,400 एटीएम और 85,000 से अधिक कर्मचारी होंगे। बैंक अब 12 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं देगा। मोदी सरकार ने बैंकों के बढ़ते एनपीए को ध्यान में रखते हुए साल 2016 में सरकारी बैंकों के एकीकरण का ऐलान किया था। इसके तहत सरकार की योजना बैंकों की संख्या घटाकर बड़े बैंक बनाना है।