बिहार
राजनेताओं की ताकत का अंदाजा इस बात से लगता है कि उनके पास कितना बड़ा पद है। दूसरा संकेत मिलता है इस बात से कि वो जनता का कितना वाजिब और गैर-वाजिब काम करा सकते हैं। तीसरा इशारा मिलता है कि नेता को किस कैटेगरी की सुरक्षा मिली है। केंद्रीय मंत्रियों को छोड़ दें तो भी बिहार में भाजपा के 16 नेताओं को वीवीआईपी सुरक्षा मिली हुई है। बिहार बीजेपी के 3 नेताओं को जेड प्लस, एक को जेड और 12 को वाई स्तर की सुरक्षा मिली है।
बीजेपी के अलावा एनडीए में शामिल या शामिल होने को तैयार चार दलों के नेताओं को भी जेड और वाई प्लस सिक्योरिटी कवर मिला है। केंद्र सरकार से सुरक्षा पाने वाले बीजेपी और एनडीए नेताओं की लिस्ट में सबसे नया नाम है पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे और हम के अध्यक्ष संतोष सुमन का जिन्हें वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई है।
संतोष सुमन से पहले इस साल चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को केंद्र ने सुरक्षा दी थी जो तीनों एनडीए के दरवाजे पर खड़े नजर आ रहे हैं। लोजपा-रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान को नए साल के तोहफा के तौर पर जनवरी में जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिली। फरवरी में सन ऑफ मल्लाह के नाम से मशहूर हो चुके वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को वाई प्लस सुरक्षा दी गई। मार्च में राष्ट्रीय लोक जनता दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मिली जिसे मई में अपग्रेड करके जेड कैटेगरी का कर दिया गया है।
केंद्र से लेकर बिहार तक मंत्री रहे बीजेपी के फायरब्रांड मुस्लिम चेहरा शाहनवाज हुसैन को जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई है। उनके अलावा बीजेपी सांसद सुशील सिंह और जनार्दन सिग्रीवाल को भी जेड प्लेस सिक्योरिटी दी गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रूडी को जेड स्तर की सुरक्षा मिली हुई है। इन चार लोगों को जून, 2022 से पहले से यह सुरक्षा हासिल थी। जून में अग्निपथ विरोधी आंदोलन के दौरान कई भाजपा नेता के घरों पर हमले हुए जिसके बाद बिहार में एक साथ एक दर्जन बीजेपी नेताओं को वाई स्तर की सुरक्षा दी गई।
अग्निपथ विरोधी आंदोलन के दौरान बिहार में जिन भाजपा नेताओं को वाई कैटेगरी की सुरक्षा मिली उनमें पार्टी के तब प्रदेश अध्यक्ष रहे सांसद संजय जायसवाल, दोनों पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी, तारकिशोर प्रसाद के अलावा सांसद, विधायक और विधान पार्षद में संजय सरावगी, हरिभूषण ठाकुर बचौल, सीएन गुप्ता, संजीव चौरसिया, अशोक अग्रवाल, दिलीप जायसवाल, विजय खेमका, गोपाल ठाकुर और प्रदीप सिंह शामिल हैं।केंद्र सरकार में बिहार से बीजेपी के कई नेता मंत्री हैं जिन्हें अलग-अलग स्तर की सुरक्षा मिली हुई है। इनमें गिरिराज सिंह, आरके सिंह, नित्यानंद राय, अश्निनी चौबे शामिल हैं।
जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा में रहने वाले लोग दर्जन भर कमांडो के घेरे में रहते हैं। इनके घर और साथ में चलने वाली सुरक्षा में कुल 55 जवान तैनात रहते हैं। जेड प्लस सुरक्षा में पांच गाड़ियों का काफिला चलता है जिसमें बुलेटप्रूफ गाड़ी भी शामिल होती है। जेड कैटेगरी की सुरक्षा में जवानों की कुल संख्या 22 के करीब होती है जिसमें आधा दर्जन कमांडो और कम से कम तीन पीएसओ भी शामिल होते हैं। इनके साथ भी पांच गाड़ियों का काफिला चलता है और एक गाड़ी बुलेटप्रूफ होती है जिसमें जिसे सुरक्षा मिली है वो चलता है।