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बैगा किसान की करेंट लगने से मौत, बैल भी आया चपेट में, मौत

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खेत में लगे बिजली के खंभे में करेंट आने से हुआ हादसा

गौरेला पेण्ड्रारोड

गौरेला विकास खंड की पंचायत धनौली के बैगा आदिवासी बाहुल्य के पारा निवासी सुंदर लाल बैगा की खेत में हल जोतते हुये खेत में ही लगे बिजली के खंभे में आये करेंट से तत्काल मौत हो गई।बैगा किसान के साथ करेंट से ही हल में जुता हुआ बैल का भी प्राणांत हो गया।राष्ट्रपति द्वारा गोद ली गई दुर्लभ आदिवासी बैगा को विशेष संरक्षण प्राप्त है।विलुप्त हो रहे बैगा आदिवासियों की विशेष देखभाल व सुरक्षा की जाती है। बैगा आदिवासी किसान के खेत में लगे बिजली केखंभे से नीचे तक करेंट आ जाना बिजली विभाग की घोर लापरवाही है।

ग्राम खरीडबरा पारा का निवासी सुंदर लाल बैगा आज सुबह ही अपने खेत में जुताई के लिये हल नागर लेकर गया था। अभी उसे हल चलाते हुये कुछ मिनट ही बीते थे कि खेत में ही खड़े बिजली के खंभा को सहारि देने के लिये खींचे तार से स्पर्श होते ही उसके शरीर में करेंट दौड़ गया और करेंट से झुलसे किसान की तड़पते हुये मौय हो गई।हल में जुता बैल भी करेंट की चपेट में आ गया और उसकी भी वहीं पर तत्काल मृत्यु हो गयी। ये देख आसपास के अन्य किसान वहां पहुंचे तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी।घटना से गांव वालों में दुख और रोष छा गया। गांव वालों ने तत्काल सहायता राशि की मांग करते हुये शव को नहीं उठाने दिया।घटनास्थल पर पहुंचे बिजली के अधिकारियों से बात चल रही है।

खेतों में टावर लाइन और पावर लाइन के खंभों की लगातार जांच की जाये

 खेतों में बिजली विभाग बड़ी और छोटी लाइनों के खंभे खड़े किये गये हैं।इन खंभों में जब तब करेंट आ जाता है और जानवरों की करेंट लगने से मौत हो जाती है।बिजली विभाग की लापरवाही का परिणाम गांव वाले भुगतते हैं।इनकी लगातार देखरेख होना चाहिए।विभाग को सूचना देने पर भी विभाग के कर्मचारी नहीं आते।सुंदर बैगा अपने परिवार का मुखिया था,उसकी मौत से परिवार अनाथ हो गया है।बिजली विभाग से क्षतिपूर्ति मिलने में समय लगेगा किंतु परिवार बहुत गरीब है। अतः तत्कालिक सहायता करते हुये कम से कम पच्चीस हजार की तुरंत सहायता की जाये।
ज्ञानेंद्र उपाध्याय,वरिष्ठ कांग्रेस नेता, जीपीएम धनौली

घटना दुर्भाग्यपूर्ण

विभाग की सहायक यंत्री को तुरंत घटना स्थल भेजा है।पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बिजली से झुलसकर मौत होने पर चार लाख की क्षतिपूर्ति दी जायेगी।प्रथमदृष्टया कह सकते हैं धूप पानी के प्रभाव से केबल का इंसुलेशन फट गया होगा और खंभे की सहारा देने के लिये लगे तार में करेंट आ सकता है। इसी तार की चपेट में आने से ये घटना होने की संभावना है। लाइन मेन को खेतों में खड़े खंभो की निगरानी रखने के निर्देश हैं । लापरवाही से इंकार नहीं किया जा सकता।
उपेंद्र सोनवानी, कार्यपालन अभियंता, बिजली विभाग, संभाग,पेण्ड्रारोड