सेन फ्रांसिस्को
अमेरिका के सेन फ्रांसिस्को में खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीय कॉन्सुलेट में आग लगाने की कोशिश की। हालांकि, स्थानीय विभाग की तरफ से हुई तत्काल कार्रवाई के चलते आग को तुरंत ही बुझा लिया गया। अमेरिकी सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। साथ ही इसे बड़ा अपराध बताा है। खास बात है कि मार्च में भी खालिस्तान समर्थकों ने सेन फ्रांसिस्को में ही भारतीय कॉन्सुलेट को निशाना बनाया था। स्थानीय चैनल के अनुसार, खालिस्तान समर्थकों ने देर रात 1.30 बजे से 2.30 बजे के बीच कॉन्सुलेट में आग लगा दी थी। हालांकि, इस हमले में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ और घटना के वक्त स्टाफ के भी किसी सदस्य को चोट नहीं पहुंची है। कहा जा रहा है कि खालिस्तान समर्थकों ने इस घटना का वीडियो भी जारी किया है। यह घटना रविवार को हुई।
अमेरिका में हलचल
मामला सामने के बाद से ही अमेरिकी सरकार में भी हलचल है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, 'अमेरिका रविवार को भारतीय कॉन्सुलेट में हुई तोड़फोड़ और आगजनी की कोशिशों की निंदा करता है। अमेरिका में राजनयिक भवनों या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ हिंसा या तोड़फोड़ गंभीर अपराध है।'
मार्च में भी हुई थी हमले की कोशिश
खबर है की मार्च में भी खालिस्तान समर्थकों ने सेन फ्रांसिस्कों में भारतीय कॉन्सुलेट पर हमला कर दिया था और उस दौरान भवन को भी नुकसान पहुंचा दिया था। इसे लेकर भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाया था और कार्रवाई की मांग की थी। उस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैरियर तोड़ते हुए खालिस्तान समर्थक झंडे लगा दिए थे। इसी तरह की घटना ब्रिटेन से भी सामने आई थी।
निज्जर की मौत पर भड़के
खबर है कि खालिस्तान समर्थकों ने खासतौर पर अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू और कॉन्सुल जनरल डॉक्टर टीवी नागेंद्र को कथित तौर पर पोस्टर्स में निशाना बनाया है। खालिस्तान समर्थकों के आरोप हैं कि दोनों अधिकारियों ने खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भूमिका निभाई है।