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अच्छा होगा कि असम के मुख्यमंत्री मणिपुर में दखल न दें : चिदंबरम

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नई दिल्ली
 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर मणिपुर में स्थिति में सात से 10 दिन में सुधार आने संबंधी उनकी टिप्पणी को लेकर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि अच्छा होगा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मणिपुर के मामले में ''दखल न दें'' और उससे दूर रहें।

पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री चिदंबरम ने कहा कि अच्छा होगा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह पद से इस्तीफा दे दें और पूर्वोत्तर राज्य में कुछ महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए। असम के मुख्यमंत्री शर्मा ने  कहा था कि पड़ोसी राज्य मणिपुर में अगले सात से दस दिनों में स्थिति सुधर जाएगी, क्योंकि राज्य एवं केंद्र सरकार शांति बहाली के लिए 'चुपचाप' काम कर रही हैं।

शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि विपक्षी दल तब चिंता जाहिर कर रहा है, जब 'इस पूर्वोत्तर राज्य में अपेक्षाकृत शांति कायम हो गई है।' मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती और अल्पसंख्यक कुकी समुदाय के बीच तीन मई को शुरू हुए जातीय संघर्ष में अब तक 100 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।

चिदंबरम ने ट्वीट किया, ''असम के मुख्यमंत्री ने वादा किया है कि मणिपुर में एक सप्ताह में शांति बहाल हो जाएगी। अच्छा होगा कि असम के मुख्यमंत्री मणिपुर के मामले में दखल न दें और उससे दूर रहें।'' उन्होंने कहा, ‘‘अच्छा होगा कि बिरेन सिंह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें और कुछ महीनों के लिए राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाए।''

दिल्ली में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए सीट संख्या पर जल्द निर्णय करेगा आलाकमान : कांग्रेस

नई दिल्ली
 कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा कि इस संबंध में पार्टी आलाकमान शीघ्र निर्णय करेगा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय राजधानी में कितनी सीट पर चुनाव लड़ना है। दिल्ली में सात लोकसभा क्षेत्र हैं।

बाबरिया गुजरात से कांग्रेस के नेता हैं और उन्होंने पार्टी के दिल्ली प्रभारी के रूप में  औपचारिक रूप से कार्यभार संभाला। उन्होंने कहा, ‘‘हमने अभी निर्णय नहीं किया है कि हम कितनी सीट पर चुनाव लड़ेंगे। इस पर निर्णय पार्टी आलाकमान करेगा।'' बाबरिया ने 2024 के चुनाव में पार्टी की रणनीति तैयार करने के वास्ते पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं तथा पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की। कांग्रेस की दिल्ली इकाई घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करने तथा राष्ट्रीय राजधानी में जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं में फिर से उत्साह भरने को लेकर काम कर रही है।