बिहार
बिहार के नालंदा में शादी में दूल्हा बदलने से आक्रोशित वधु पक्ष के लोगों ने बारातियों को बंधक बना लिया। गांव में अफरा तफरी मच गई। नकली दूल्हा देख ग्रामीणों ने वर पक्ष को जमकर खरी खोटी सुनाई। घटना दीपनगर थाना क्षेत्र के डुमरावां गांव की है। शादी के दौरान लड़की पक्ष के लोगों ने दूल्हा बदलने पर नाराजगी जताई और बवाल काटा। घरवालों ने घंटों दूल्हा औ बारातियों को बंधक बनाये रखा। इस दौरान पंचायती भी होती रही। लेकिन, बात नहीं बनी। आखिरकार, मामला थाने पहुंच गया। यह मामला लव मैरिज का है।
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार नवादा जिले के अमौनी गांव से बारात आई थी। अमौनी गांव के रहने वाले रामजन्म मांझी अपने बेटे की बारात लेकर पहुंचे थे। रामजन्म के बेटे की शादी डुमरावां गांव निवासी देवशरण मांझी की पुत्री से तय की गयी थी। रामजन्म मांझी और उनकी पत्नी लक्ष्मीनिया देवी अपने बेटे की बारात लेकर गुरुवार की अहले सुबह तीन बजे डुमरावां गांव निवासी देवशरण मांझी के घर पहुंचे। वधु पक्ष वालों ने बारातियों का जमकर स्वागत किया। लेकिन, दूल्हा को देखते ही लोग चौंक गए। वधु पक्षवालों ने शादी से इंकार कर दिया। इसके बाद दूल्हा समेत बारातियों को बंधक बना लिया।
नकली दूल्हा बने नवादा के अमौनी गांव निवासी उमेश मांझी के बेटे बबलू कुमार ने बताया कि उसे लक्ष्मीनिया देवी चाचा के बीमार होने की बात कहकर लायी थी। मायके न जाकर सीधे कोर्ट-पैंट पहनाकर शादी कराने के लिए लेकर चली आयी। मंडप में बैठाए जाने पर दूल्हे को सारा मामला समझ में आया। मामले को तूल पकड़ने पर लक्ष्मीनिया देवी ने राज से पर्दा हटाया। उन्होंने दूल्हा बदलकर बारात लाने का कारण बताया तो सभी सन्न रह गए।
लक्ष्मीनिया देवी ने बताया कि उनके बेटे ने पहले ही लव मैरिज कर लिया है। शादी करके वह फरार हो गया था। बेटे की इस करतूत की जानकारी उन्होंने बेटी वालों को नहीं दी। इधर शादी तय हो चुकी थी। लड़की का शादी बाधित नहीं हो इसलिए गांव के एक लड़के को उसके माता-पिता की सहमति से इस शादी में लेकर आयी थी। वहीं वधु पक्ष का आरोप है कि लड़के की मां ने दहेज में एक लाख 15 हजार रुपए लिए हैं। लड़का पक्ष वालों ने उन्हें धोखा दिया है। अपने बेटे की जगह किसी और को लेकर पहुंच गये। उन्होंने कहा कि शादी में जो खर्च हुआ और बेटे की नौकरी के नाम पर जो रुपए लिए हैं, वह लड़का पक्ष लौटा दे। उन्होंने यह पैसे सूद पर लेकर दिये थे।