कांग्रेस के साथ गठबंधन की सियासी चचार्ओं के बीच आम आदमी पार्टी की पंजाब इकाई ने एक बार फिर एलान किया है कि राज्य में उसकी लड़ाई सीधे तौर पर कांग्रेस से है। पंजाब में अकाली दल और भाजपा का वजूद ही खत्म हो गया है। आप सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर शुक्रवार को पंजाब इकाई की बैठक हुई। इसमें पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया, पंजाब संयोजक व सांसद भगवंत मान समेत दूसरे पदाधिकारी मौजूद थे। नेताओं ने राज्य के मौजूदा सियासी हालात और लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा की। बैठक के बाद भगवंत मान ने बताया कि आप के सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ने के बारे में चर्चा हुई। अभी तक 8 उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया गया है। बाकी पांच के नामों का जल्द ही एलान होगा। इसके साथ ही प्रचार अभियान के बारे में बात की गई। केजरीवाल और सिसोदिया अप्रैल के पहले पखवाड़े में पंजाब के दौरे पर आएंगे। मान ने बताया कि पार्टी कांग्रेस के पीछे नहीं गई है। हमारा उससे कोई गठजोड़ नहीं है। वहीं, भाजपा में शामिल हुए आप नेता और सांसद हरिंदर सिंह खालसा के बारे में मान ने कहा कि सार्वजनिक तौर पर तो उन्होंने गुरुवार को भाजपा का दामन थामा, लेकिन वह बहुत पहले से अकाली-भाजपा के साथ थे। मान के मुताबिक, अभी तक आप ने पंजाब में दो चुनाव लड़े हैं। 26 फीसदी वोट पार्टी के साथ है। पिछली बार की अपेक्षा इस चुनाव में आप ज्यादा सीटें जीतेंगी। दूसरी तरफ आप सांसद साधू सिंह ने कहा कि वह अपने इलाके से चुनाव लड़ेंगे। केंद्र में गठबंधन को लेकर फैसला केजरीवाल को करना है। पंजाब में आप कांग्रेस के खिलाफ लड़ेंगी।