वाराणसी
आरएसएस के सरसंघचालक डा. मोहनराव भागवत का 18 से 22 जुलाई तक काशी प्रान्त का प्रवास प्रस्तावित है। इस दौरान वे काशी और आसपास के कई स्थानों के कुछ प्रमुख संतों से आशीर्वाद लेने उनके आश्रम जायेंगे। सरसंघचालक काशी प्रान्त के कई प्रमुख मंदिरों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। सरसंघचालक डा. मोहन भागवत के 18 जुलाई को काशी पहुंचने का कार्यक्रम है। वे 19 जुलाई को गाजीपुर के जखनिया स्थित हथियाराम मठ जायेंगे और मठ के महामंडलेश्वर भवानी नंदन यति जी महाराज से भेंट करेंगे।
वहीं 20 जुलाई को मिर्जापुर के चुनार स्थित स्वामी अड़गड़ानन्द के आश्रम जाने का कार्यक्रम प्रस्तावित है। अगले दिन 21 जुलाई को मिर्जापुर स्थित देवरहा बाबा के आश्रम जाकर देवरहा हंस बाबा का आशीर्वाद लेंगे। जबकि 22 जुलाई को सरसंघचालक रूद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में प्रमुख मंदिरों के मुख्य कार्यपालक अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
यूं तो इसे सर संघचालक का समाज के विभिन्न वर्गों के बीच नियमित अंतराल पर होने वाला प्रवास बताया जा रहा है, मगर सियासी जानकर इसे आगामी लोकसभा चुनावों से जोड़कर भी देख रहे हैं। माना जा रहा है कि शताब्दी वर्ष निकट होने के साथ ही चुनावी वर्ष में संघ ने अपनी गतिविधियां यूपी में तेज कर दी हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के गढ़ बनारस में आरएसएस प्रमुख का ये दौरा मिशन 2024 से जोड़ा जा रहा है। जल्द होने वाले लोकसभा चुनावों के कारण सियासी समीकरण लगाए जा रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंंघचालक मोहन भागवत के दौरे के लिए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। आरएसएस के पदाधिकारी उनके स्वागत की तैयारी में जुटे हैं वहीं पुलिस और प्रशासन ने काफी सुरक्षा व्यवस्था चौकस कर दी है। उनके आगमन को देखते हुए सुरक्षा कड़ी करने के साथ ही आश्रमों और मठों में भी पुलिस बल की तैनाती की तैयारी है।