वॉशिंगटन
अमेरिका में इन दिनों फ्लाइट लेट हो रही हैं जिसका कारण 5G नेटवर्क है। अमेरिका के ट्रांसपोर्टेशन सेक्रेटरी विमानों में जब तक अपडेटेड रेडियो अल्टीमेटर नहीं लगाए जाते तब तक यह दिक्कत बनी रहेगी। पुराने अल्टीमेटर 5G-C बैंड को पहचान नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि 1 जुलाई से यह समस्या और भी बढ़ सकती है। उन्होंने कहा, विमानों के लेट होने और कैंसल होने का रिस्क बढ़ गया है। इन गर्मियों में यह एक बड़ी समस्या बन सकती है। वहीं उड्डयन सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि 5G सिग्नल डिवाइस को भ्रमित कर देता है। इससे विमान और धरती के बीच की दूरी तय करने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। खराब मौसम के दौरान लैंडिंग के लिए इस रीडिंग का प्रयोग किया जाता है। हालांकि वायरलेस कंपनियों ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
2020 की शुरुआत में भी इस तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ा था और बहुत सारी फ्लाइट रद्द करनी पड़ी थी। उस वक्त भी वायरलेस कंपनियां नए सिग्नल को लॉन्च कर रही थी। अमेरिकी सरकारकी एजेंसियां सैटलाइट टीवी के लिए इस्तेमाल होने वाले बैंड का इ्सतेमाल 5जी तकनीक में करने पर आपत्ति जाहिर करती हैं। वहीं वेरिजॉन और AT&T कंपनी ने मिलकर इसके राइट खरीदे हैं। एफएए ने कहा था कि 5जी सी बैंड स्पेक्ट्रम विमानों के अल्टीमीटर को प्रभावित कर सकते हैं। इससे लैंडिंग में दिक्कत हो सकती है।
2015 में भी इस तरह की चर्चा हुई थी। इसके बाद 50 एयरपोर्ट्स के पास में इस तरह के सिग्नल को बैन किया गया था। हालांकि अब 1 जुलाई के बाद से अल्टीमीटर को अपडेट करने की जरूरत होगी। अमेरिकन एयरलाइन, साउथवेस्ट एयरलाइन और फ्रंटियर एयरलाईन ने अल्टीमीटर अपडेट करवाए हैं इसलिए उन्हें परेशानी का सामना नहीं करना पड़ रहा है। हालांकि डेल्टा, जेटब्लू ने स्वीकार किया है कि उनके बहुत सारे विमान अभी अपडेटेड अल्टीमीटर से लैस नहीं हैं।