नई दिल्ली
पिछले कुछ सालों में भारत में सड़कों का नेटवर्क काफी तेजी से बढ़ा है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि पिछले 9 साल में भारत में 59 फीसदी रोड़ नेटवर्क बढ़ा है और अमेरिका के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा रोड नेटवर्क है। गडकरी ने कहा कि भारत का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर अब 145240 किलोमीटर का हो गया है, जोकि 202314 में 91287 किलोमीटर था। इससे पहले चीन रोड नेटवर्क के मामले में दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा देश था। लेकिन अब चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत दूसरे पायदान पर पहुंच गया है।
गडकरी ने कहा कि भारत ने पिछले 9 साल में सात विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं। अमेरिका के बाद भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रोड नेटवर्क है। टोल से आने वाले राजस्व में 2013-14 की तुलना में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है। यह 4770 करोड़ से बढ़कर 41342 करोड़ रुपए हो गया है।
सरकार का लश्र्य है कि इस राजस्व को 2030 तक बढ़ाकर 130000 करोड़ रुपए तक लेकर जाएं। फास्ट टैग के इस्तेमाल ने इस दिशा में काफी मदद की है। इससे लोगों को टोल पर कम समय इंतजार करना पड़ता है, महज 47 सेकेंड में लोग टोल प्लाजा पार कर जाते हैं। सरकार इस समय को और कम करने की कोशिश कर रही है, इसे 30 सेकेंड तक लाने की कोशिश की जा रही है।
नितिन गडकरी ने कहा कि फास्टैग के इस्तेमाल ने कई बड़े बदलाव किए हैं। इससे लोगों का सड़क पर यात्रा करने का अनुभव बेहतर हुआ है। लोगों को टोल प्लाजा पर कैश की झंझट से मुक्ति मिल गई है। इससे बड़ी मात्रा में ईंधन की बर्बादी भी बच रही है। एक रिसर्च के अनुसार टोल प्लाजा पर इंतजार करने से 70000 करोड़ रुपए का औसतन ईंधन बर्बाद हो जाता था। नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में सड़क के नेटवर्क को बढ़ाने पर खास ध्यान दिया गया। तकरीबन 2 लाख करोड़ रुपए का काम नॉर्थ ईस्ट राज्यों में हुआ है। यहां 670 सड़कें बनी हैं, जिससे लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेहतर अनुभव दिया जा सके।