टिक टॉक जैसे शॉर्ट-वीडियो मेकिंग एप चिंगारी पर अश्लील कंटेंट बेचने का आरोप लगा है। कंपनी पर अपने नए 1-ऑन-1 वीडियो कॉल फीचर को लेकर 18+ कंटेंट को बेचने का आरोप है। अब कंपनी की ओर से भी इस पर स्पष्टीकरण आ गया है। प्लेटफॉर्म ने इन दावे का दृढ़ता से खंडन किया है। बता दें कि शॉर्ट-वीडियो मेकिंग एप टिकटॉक को पहले ही भारत में बैन कर दिया गया है।
कंपनी पर अश्लील कंटेंट बेचने का आरोप
बता दें कि शॉर्ट-वीडियो मेकिंग एप ने हाल ही में नए 1-ऑन-1 वीडियो कॉल फीचर को जारी किया है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कंपनी ने इस फीचर को 18 प्लस यूजर्स को टारगेट करते हुए पेश किया है। इस फीचर को लेकर विभिन्न सोशल मीडिया पर भी एप के एडवर्टाइज और वीडियो कंटेंट को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। कंपनी पर इसी एप की मदद से 18 प्लस यूजर्स को टारगेट करने और अश्लील कंटेंट परोसने का आरोप है।
Inc42 की रिपोर्ट के अनुसार, जब उनसे उनके नए फीचर और मोनेटाइजेशन मॉडल के बारे में सवाल किया गया, तो चिंगारी ने Google Play Store पर अपने एंड्रॉयड एप की पैरेंटल रेटिंग को बदलकर 18+ कर दिया। हालांकि, पैरेंटल रेटिंग में बदलाव से पता चलता है कि पर्सनल वीडियो कॉल फीचर्स को वास्तव में अप्रैल में पेश किया गया था।
कंपनी ने दी सफाई
चिंगारी एप ने आरोपों का खंडन किया है। कंपनी का कहना है कि कंपनी ने यूजर्स को वीडियो मोड का उपयोग कर निजी कॉल सुविधा दी है, ताकि वह एक-दूसरे के साथ बातचीत कर सकें। कंपनी ने कहा, "यह इंटरैक्टिव है, जो व्यूअर्स को स्ट्रीम के दौरान कमेंट करने, प्रश्न पूछने और वर्चुअल गिफ्ट भेजने में सक्षम बनाता है। इसने क्रिएटर्स को अपने टाइम को मोनेटाइज करने में सक्षम बनाया। चिंगारी की पेड लाइव 1-ऑन-1 क्रिएटर्स और यूजर्स के बीच कॉल को लेकर अश्लील कंटेंट का दावा निराधार है।"