वाशिंगटन
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अमेरिका और भारत की दोस्ती दुनिया में ''सबसे महत्वपूर्ण'' है और द्विपक्षीय संबंध पहले से कहीं अधिक जीवंत हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिका और भारत के अपनी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को और बढ़ाने के लिए कई प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद बाइडन ने यह बयान दिया।
प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर 21 से 24 जून तक अमेरिका की राजकीय यात्रा पर थे। यात्रा में उन्होंने राष्ट्रपति बाइडन के साथ कई मुद्दों पर व्यापक चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। वह दो बार कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करने वाले पहले भारतीय नेता हैं।
बाइडन दंपति ने उनके लिए राजकीय रात्रिभोज की मेजबानी की, जिसमें प्रौद्योगिकी कंपनियों के प्रमुखों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ), उद्यमियों और अधिकारियों सहित करीब 500 लोगों ने शिरकत की थी।
बाइडन ने रविवार को ट्वीट किया, ''अमेरिका और भारत के बीच की दोस्ती दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। यह पहले से कहीं अधिक मजबूत, गहरी और जीवंत है।''
प्रधानमंत्री मोदी ने बाइडन के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, ''राष्ट्रपति जो बाइडन, मैं आपकी बात से पूरी तरह से सहमत हूं। हमारे देशों की दोस्ती वैश्वक हित में है। इससे हमारी धरती और बेहतर तथा अधिक टिकाऊ बनेगी।''
उन्होंने कहा, ''मेरी हाल की यात्रा में जिन मुद्दों पर चर्चा की गई है, उससे हमारे संबंध और मजबूत होंगे।''
व्हाइट हाउस ने अपने साप्ताहिक ईमेल में कहा, प्रधानमंत्री मोदी की राजकीय यात्रा ने अमेरिका और भारत के बीच गहरी तथा करीबी साझेदारी की पुष्टि की। इसमें स्वतंत्र, मुक्त, समृद्ध और सुरक्षित हिंद-प्रशांत की साझा प्रतिबद्धता को दोहराया गया और रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा तथा अंतरिक्ष सहित उनकी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी को बढ़ाने के साझा प्रयासों पर भी चर्चा की गई।
व्हाइट हाउस के अनुसार, ''दोनों नेताओं ने अमेरिका और भारत के शैक्षिक आदान-प्रदान, लोगों से लोगों के बीच संबंधों के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन से लेकर कार्यबल विकास और स्वास्थ्य सुरक्षा जैसी आम चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम करने के तरीकों पर भी चर्चा की।''
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान भारत और अमेरिका ने रक्षा, अंतरिक्ष और व्यापार जैसे प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए।