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क्वाक्टा विस्फोट की अब NIA करेगी जांच, उग्रवादियों की भूमिका मानी जा रही ‘संदिग्ध’

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इंफाल
 मणिपुर पुलिस ने शनिवार को कहा कि इस सप्ताह की शुरुआत में बिष्णुपुर जिले के क्वाक्टा गांव में हुए विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी गई है, क्योंकि इसमें विद्रोहियों की संलिप्तता 'अत्यधिक संदिग्ध' है।

NIA को सौंपा गया मामला
मणिपुर पुलिस ने एक बयान में कहा, "चूंकि उपर्युक्त मामले में राज्य और सीमा पार सक्रिय विद्रोहियों की संलिप्तता अत्यधिक संदिग्ध है। इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में मामले को NIA को स्थानांतरित किया जा रहा है।''

21 जून को पुल में हुआ विस्फोट
इससे पहले 21 जून को शाम 7.10 बजे टिडिम रोड पर फौगाखेगाओ इखाई अवांग लीकाई और क्वाक्टा के निकटवर्ती क्षेत्र में स्थित एक पुल पर एक एसयूवी में विस्फोट हुआ था। पुलिस के बयान के अनुसार, विस्फोटक एक महिंद्रा स्कॉर्पियो के अंदर फिट किया गया था, जिसे अज्ञात बदमाशों ने पुल के ऊपर पार्क किया था। विस्फोट के बाद, पश्चिमी तरफ पुल का कुछ हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और तीन लड़कों को मामूली चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें चिकित्सा उपचार के लिए घटनास्थल से निकाला गया।

फौगाचाओ इखाई पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज
मामले की आगे की जांच के लिए भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और पीडीपीपी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत फौगाचाओ इखाई पुलिस स्टेशन में स्वत: संज्ञान मामला दर्ज किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वाहन चुराचांदपुर की ओर से आया था।

मणिपुर हिंसा पर केंद्र ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
    इससे पहले, मणिपुर में हिंसा पर केंद्र द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य में शांति बहाल करने का आश्वासन दिया, जबकि विपक्षी दलों ने इस मामले पर पीएम नरेंद्र मोदी की 'चुप्पी' पर सवाल उठाया।
    हिंसाग्रस्त राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए अमित शाह ने बैठक बुलाई थी।
    बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा और सीपीआई (एम) सांसद जॉन ब्रिटास सहित अन्य नेता मौजूद रहे।
    बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने संवेदनशील और अराजनीतिक तौर पर मणिपुर में शांति बहाली के लिए अपने सुझाव दिए और सरकार इन सुझावों पर खुले मन से विचार करेगी।
    शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले दिन से ही मणिपुर की स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं और इस समस्या का समाधान खोजने के लिए पूरी संवेदनशीलता के साथ हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं।