भोपाल
विभागों में पदनाम की धीमी प्रक्रिया को लेकर अधिकारी कर्मचारी मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित कराने लगे हैं। राजपत्रित अधिकारियों ने इस संबंध में सीएम को पत्र लिखा गया है। कहा गया है कि तबादलों की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, लेकिन अभी तक पदनाम देकर विभागों में नई पदस्थापनाएं नहीं हुई हैं।
प्रमोशन में प्रतिबंध होने के कारण सरकार ने सेवकों को संतुष्ट करने नया रास्ता निकाला था। जो अधिकारी कर्मचारी प्रमोशन से वंचित हैं और वरिष्ठ पद का वेतनमान मिल रहा है। इन्हें उच्च पदनाम देकर संतुष्ट करने की कोशिश की गई थी। ताकि सरकारी सेवक जिस पद का वेतनमान ले रहे हैं। उसी पोस्ट पर बैठकर काम कर सकें। संभावना भी यही थी कि 15 जून के पूर्व यह प्रक्रिया पूरी हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी आदेश जारी नहीं हुए, जबकि विभागध्यक्षों द्वारा सर्विस बुकों का परीक्षण कर लिया है। अब दिक्कत यह है कि विभागों का पूरा फोकस तबादलों पर है। इस कारण यह प्रक्रिया धीमी होती जा रही है।
मप्र राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डीके यादव का कहना है कि उच्च पदनाम का लाभ समय-सीमा में मिलना चाहिए। ताकि अधिकारी ओर कर्मचारी जिस पद के योग्य हैं, वहां बैठकर काम कर सकें। उन्होंने कहा कि राज्य भर में राजपत्रित अधिकारियों के लिए अभी तक वरिष्ठ पद पर बैठने के आदेश जारी नहीं हुए हैं।