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खुशखबरी! झूमकर आया मॉनसून, मुंबई में झमाझम बारिश; और कहां मिलेगी गर्मी से राहत

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मुंबई

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 26-27 जून के लिए मुंबई के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिसमें अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का संकेत दिया गया है। यह अलर्ट तब आया है जब शहर में लंबे समय की देरी के बाद आखिरकार 24 जून को पहली मॉनसूनी बारिश हुई है। जी हां, गर्मी से जूझ रहे दक्षिण पश्चिमी भारत के लिए मॉनसून बड़ी राहत लेकर आया है। केरल में मॉनसून अपने सामान्य समय से सात दिन की देरी से आठ जून को पहुंचा था। आईएमडी ने 26 जून को मुंबई और उसके उपनगरों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी और 27 जून को 54.5 मिमी से 94.5 मिमी बारिश का अनुमान लगाया है। शहर में पिछले 24 घंटों में 10.5 मिमी बारिश पहले ही हो चुकी है। आईएमडी ने कहा, "रायगढ़, ठाणे, मुंबई और पालघर की ओर मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। मॉनसून के 24 जून तक मुंबई पहुंचने की संभावना है।"

मॉनसून के पहुंचते ही मुंबई में झमाझम बारिश हुई। आईएमडी ने दोनों दिनों में मुंबई और उसके उपनगरों में बिजली गिरने के साथ आंधी की भी भविष्यवाणी की है। नगर निकाय ने लोगों से सतर्क रहने और भारी बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचने को कहा है। आईएमडी की चार-रंग के अलर्ट सिस्टम में से येलो अलर्ट दूसरा सबसे बड़ा अलर्ट है जो मुंबई के लिए जारी किया गया है। येलो अलर्ट इस ओर इशारा करता है कि भारी बारिश होने की संभावना है, लेकिन यह आश्वस्त नहीं है।
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के इस सप्ताहांत मध्य प्रदेश में दस्तक देने की संभावना है, जबकि राजधानी भोपाल सहित राज्य के 18 जिलों में आज मॉनसून पूर्व बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि भोपाल में आज 12 घंटों में (सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े आठ बजे तक) डेढ इंच से अधिक बारिश हुई। पिछले दो दिनों में छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है, जिससे लोगों को भीषण गर्मी से काफी राहत मिली।

आईएमडी भोपाल के निदेशक आर बालासुब्रमण्यम ने बताया, ‘‘दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 24 या 25 जून को मध्य प्रदेश में दस्तक देने की संभावना है और यह 26 या 27 जून को राज्य की राजधानी भोपाल में पहुंच सकता है।’’ उन्होंने कहा कि 29 जून तक मॉनसून के पूरे राज्य में फैलने की संभावना है। पिछले साल मॉनसून अपने सामान्य समय से एक दिन पहले 16 जून को राज्य में पहुंचा था और 21 जून तक यह राज्य के 80 प्रतिशत हिस्से क्षेत्र पर छा गया था।
 
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को उमस भरा मौसम रहा और अधिकतम तापमान 37.7 डिग्री सेल्सियस रहने तथा बारिश नहीं होने से लोगों को बेचैनी का सामना करना पड़ा। दिल्ली में अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम दर्ज किया गया। मौसम विभाग कार्यालय ने शनिवार को दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान जताया है। राजधानी में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। जबकि आर्द्रता 92 से 53 प्रतिशत के बीच रही। मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 38 और 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

लगभग 10 दिनों की देरी से मॉनसून पहुंचा छत्तीसगढ़
लगभग 10 दिनों की देरी के बाद दक्षिण पश्चिम मॉनसून छत्तीसगढ़ पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान राज्य में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विज्ञान केंद्र, रायपुर के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने शुक्रवार को बताया कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून लगभग 10 दिनों की देरी के बाद शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से में प्रवेश कर गया है। चंद्रा ने बताया कि आमतौर पर छत्तीसगढ़ में मॉनसून 13 जून तक आता है। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों के दौरान पूरे राज्य में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं। मौसम विभाग ने शुक्रवार को चेतावनी जारी की कि अगले 48 घंटों में सुकमा, बस्तर, बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों (दक्षिण छत्तीसगढ़ में) के अलग-अलग स्थानों में गरज के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।

हरियाणा, पंजाब में कई जगहों पर हुई बारिश
हरियाणा और पंजाब में शुक्रवार को कई स्थानों पर बारिश होने से तापमान सामान्य से कम हो गया। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। विभाग ने बताया कि हरियाणा के अंबाला, करनाल, रोहतक, पंचकुला, कुरुक्षेत्र और फतेहाबाद में बारिश हुई। पंजाब में फतेहगढ़ साहिब, एसबीएस नगर और रूपनगर में हल्की बारिश हुई। दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में बारिश की फुहार ने गर्मी से राहत दिलाई। चंडीगढ़ में कुछ दिनों से लगातार उमस भरा मौसम बना हुआ था।