लखनऊ
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के खिलाफ विपक्षी दलों की महाजुटान शुक्रवार को पटना में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर हो रही विपक्षी एका की यह पहली बैठक मुख्यमंत्री आवास में होगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव भी पहुंचेंगे। यूपी से अखिलेश यादव विपक्ष से एक मात्र नेता होंगे जो इस मीटिंग में शामिल होंगे। मायावती को बुलाया नहीं गया जबकि जयंत चौधरी गए नहीं हैं। ऐसे में सवाल उठने शुरू हो गए हैं कि अखिलेश अकेले शामिल होकर क्या कर पाएंगे? वहीं सपा अगर कांग्रेस के साथ जाने की सोच रही है तो अखिलेश यादव कांग्रेस को क्या कहेंगे और लखनऊ में कांग्रेस की कितनी सुनेंगे? बरहाल इनके जवाब के लिए अभी इंतजार करना होगा।
नहीं शामिल होंगे जयंत
विपक्षी एकता दलों की बैठक में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह नहीं शामिल होंगे। जयंत ने इसके पीछे कारण पूर्व निर्धारित पारिवारिक कार्यक्रम को बताया है। जयंत ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बैठक की सफलता के लिए अपने संदेश द्वारा शुभकामनाएं दी। वहीं जयंत के बैठक शामिल नहीं होने की खबर फैलते ही अखिलेश साथ चल रही खटपट पर भी चर्चा तेज हो गई।
मायावती ने नहीं मिला न्यौता
यूपी की दूसरी सबसे बड़ी विपक्ष की नेता मायावती भी एकता मीटिंग का हिस्सा नहीं है। बसपा प्रमुख मायावती को नीतीश कुमार ने न्यौता ही नहीं दिया है। अखिलेश को बुलाने लखनऊ आए नीतीश मायावती से बिना मिले और बुलाए वापस हो गए थे। हालांकि एकता मीटिंग के ठीक पहले अखिलेश यादव ने मायावती को साथ आने के लिए ऑफर दिया था।
शामिल होंगे ये दिग्गज नेता
आपको बता दें कि बैठक में शामिल होने को लेकर गुरुवार को ही चार राज्यों के मुख्यमंत्री पटना पहुंच गये हैं। इनमें टीएमसी नेता व पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत सिंह मान तथा डीएमके प्रमुख व तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन शामिल हैं। ममता, केजरीवाल व मान अपराह्न में और स्टालिन तकरीबन शाम साढ़े सात बजे पटना एयरपोर्ट पहुंचे। इस बीच विपक्षी दलों के नेताओं के पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद उनसे मिलने पहुंचे। नीतीश कुमार ने पटना सर्किट हाउस में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, होटल चाणक्य में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, स्टेट गेस्ट हाउस में जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और भाकपा माले राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य से कदमकुआं स्थित माले राज्य कार्यालय जाकर मुलाकात की।