नई दिल्ली
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के पूर्व जोनल डायरेक्टर के खिलाफ चल रहे उगाही के मामले में सीबीआई ऐक्टर शाहरुख खान और उनके बेटे आर्यन से भी पूछताछ कर सकती है। एजेंसी के एक अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर यह बात कही। उन्होंने कहा, 'हम जल्दी ही आर्यन खान का बयान दर्ज करेंगे, जिन्हें एनसीबी ने अरेस्ट किया था। इसके अलावा शाहरुख का भी बयान लिया जाएगा, जिनसे 25 करोड़ रुपये की रकम मांगने का आरोप है। इस मामले में किरण गोसावी और सैन डिसूजा पर आरोप है कि इन लोगों ने समीर वानखेड़े के कहने पर रकम की डिमांड की थी।'
सीबीआई के अफसर ने कहा कि पूरी साजिश का पर्दाफाश हो। इसके लिए जरूरी है कि शाहरुख खान और उनके बेटे के बयानों को दर्ज किया जाए। अफसर ने कहा कि एजेंसी ने मई में ही समीर वानखेड़े से पूछताछ की थी। लेकिन अभी अदालत के आदेश का इंतजार हो रहा है। कोर्ट से औपचारिक मंजूरी मिलने के बाद एजेंसी सख्ती के साथ पूछताछ कर सकेगी। समीर वानखेड़े की गिरफ्तारी पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने 23 जून तक के लिए अस्थाई रोक लगा रखी है।' आरोप है कि मुंबई में समुद्र तट पर खड़े क्रूज पर एनसीबी ने जो रेड मारी थी, उसमें आर्यन को अरेस्ट किया गया था। इसके बाद उसकी रिहाई के एवज में 25 करोड़ रुपये की रकम शाहरुख खान से मांगी गई थी।
आर्यन खान को पूरे 25 दिनों के बाद रिहाई मिली थी। अधिकारी ने कहा कि तब एनसीबी की जांच में कई बार कहा गया था कि आर्यन के पास ड्रग्स मिला था, लेकिन ऐसा कुछ साबित नहीं हो सका था। इस मामले में सीबीआई ने 11 मई को वानखेड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। वानखेड़े के अलावा एनसीबी के पूर्व एसपी विश्व विजय सिंह, खुफिया अधिकारी आशीष रंजन, गोसावी और डीसूजा पर भी एफआईआर की गई थी। एनसीबी के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह के नेतृत्व में वानखेड़े के खिलाफ जांच की गई थी। इस जांच के बाद आरोप लगा है कि वानखेड़े ने आर्यन को केस से बचाने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की थी।
पहले मांगे थे 25 करोड़, फिर 18 तक हो गई थी डिमांड
जांच में कहा गया है कि शाहरुख खान से शुरुआत में 25 करोड़ रुपये मांगे गए थे, लेकिन बाद में डिमांड 18 करोड़ तक ही सीमित कर दी गई। मंगलवार को इस मामले में एनसीपी ने डिसूजा से पूछताछ की थी। इसके अलावा कुछ और लोगों से भी बीते दिनों पूछताछ हुई है। इस मामले में सीबीआई की टीम वॉट्सऐप चैट्स की भी जांच कर रही है। एजेंसी ने हाई कोर्ट में कहा था कि वानखेड़े के खिलाफ यह मामला सीधे तौर पर घूसखोरी और उगाही का बनता है। फिलहाल बयान लेने से लेकर एजेंसी गैजेट्स तक की जांच कर रही है, जिनके जरिए दोनों पार्टियों के बीच बात हुई थी।