Home देश चीन को लगेगी मिर्ची! वियतनाम को गिफ्ट में INS कृपाण देगा भारत

चीन को लगेगी मिर्ची! वियतनाम को गिफ्ट में INS कृपाण देगा भारत

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नई दिल्ली

चीन का भारत ही नहीं कई और पड़ोसी देशों से जमीनी विवाद चल रहा है। इसमें एक नाम वियतनाम भी है। वियतनाम भी भारत की तरह चीन की आंखों में आखें डालकर उसकी हर धमकी का करारा जवाब दे रहा है। इस बीच भारत पहुंचे वियतनाम के रक्षा मंत्री से मुलाकात के दौरान राजनाथ सिंह ने घोषणा की कि भारत वियतनाम को स्वदेश निर्मित मिसाइल जलपोत आईएनएस कृपाण गिफ्ट में देगा। इसे 'समंदर का खिलाड़ी' कहा जाता है। भारत की इस घोषणा से चीन को मिर्ची लग सकती है।

अपने आक्रामक और मनमाने रवैये के कारण चीन अपने पड़ोसी देशों में विलन से कम नहीं। पड़ोसियों की जमीन पर बुरी नजर रखने वाले चीन को बड़ा झटका लगा है। भारत दौरे पर पहुंचे वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान जियांग से मुलाकात के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह घोषणा की कि भारत अपने दोस्त वियतनाम को स्वदेश निर्मित मिसाइल जलपोत आईएनएस कृपाण गिफ्ट में देगा। इसके साथ ही भारत ने वियतनाम के साथ पनडुब्बी और लड़ाकू जेट संचालन, साइबर सुरक्षा और वियतनामी कर्मियों के प्रशिक्षण को बढ़ाने पर विचार करने की बात कही है।

सोमवार को यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके वियतनामी समकक्ष जनरल फान वान जियांग के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इसमें आपसी सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों, विशेष रूप से रक्षा-औद्योगिक सहयोग और समुद्री सुरक्षा पर चर्चा की गई। सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल प्रणाली, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और अन्य सैन्य हार्डवेयर के संभावित अधिग्रहण की दिशा में भी दोनों देशों के बीच सकारात्मक बातचीत हुई है। वियतनाम के रक्षा मंत्री ने रक्षा अनुसंधान और सहयोग के माध्यम से रक्षा औद्योगिक क्षमताओं को बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए डीआरडीओ मुख्यालय का भी दौरा किया। एक अधिकारी ने कहा, "वियतनाम  स्वदेशी आकाश वायु रक्षा मिसाइलों जैसी प्रणालियों को हासिल करने के लिए भारत से चर्चा कर रहा है। उसने इनके सौदे में उत्सुकता जताई है।"

INS कृपाण गिफ्ट में देगा भारत
मंत्रिस्तरीय बैठक में राजनाथ सिंह ने भारतीय नौसेना के प्रमुख जलपोत 1,350 टन वजनी मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण को वियतनाम को उपहार की देने की घोषणा की। उन्होंने कहा, "वियतनाम पीपुल्स नेवी की क्षमताओं को बढ़ाने में यह भारतीय जलपोत मील का पत्थर साबित होगा"।

आईएनएस कृपाण की ताकत
आईएनएस स्वदेश निर्मित जलपोत है, जो भारतीय नेवा का अभिन्न अंग है। 1350 टन वजनी यह अत्याधुनिक जलपोत 91 मीटर लंबाई और 11 मीटर चौड़ाई वाला है। समंदर में 46 किमी प्रति घंटा की रफ्तार के साथ इसमें  120 नाविक तैनात रह सकते हैं। इसमें 30 एमएम की क्लोज रेंज गन लगी होती है। यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों से लैस होता है। साल 1991 में इसे भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।

गौरतलब है कि चीन अपने पड़ोसियों के खिलाफ विस्तारवादी साजिश के कारण पहले से ही विवादास्पद दक्षिण चीन सागर में तनाव को बढ़ावा दे चुका है। चीन कुछ समय से वियतनाम के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में नियमित रूप से युद्धपोत और सर्वेक्षण जहाज भेज रहा है, जो अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करता है।