नई दिल्ली
मोदी सरकार द्वारा सस्ता सोना (Cheap Gold) बेचने का आज दूसरा दिन है। सोमवार को 5,926 प्रति ग्राम या 59260 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की बिक्री शुरू की गई। अगर डिजिटल या ऑनलाइन पेमेंट किया गया तो 500 रुपये प्रति 10 की छूट भी मिलेगी। यानी ऐसे निवेशकों को केवल 5,8760 रुपये चुकाने होंगे। ये स्कीम 19 से 23 जून 2023 तक खुली रहेगी। अगर मार्केट में बिक रहे फिजिकल गोल्ड की इससे तुलना करें तो सॉवरेन गोल्ड अभी भी सस्ता है। सोमवार को गोल्ड 999 बाजार में 59227 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट से बंद हुआ था। यानी एसजीबी अभी 467 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता है। बता दें भौतिक सोना खरीदने के विकल्प के रूप में केंद्र सरका की ओर से RBI द्वारा SGB या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड जारी किए जाते हैं। SGB योजना सरकार द्वारा नवंबर 2015 में स्वर्ण मुद्रीकरण योजना के तहत शुरू की गई थी। भौतिक सोने की मांग को कम करने और सोने की खरीद के लिए उपयोग की जाने वाली घरेलू बचत के एक हिस्से को वित्तीय बचत में स्थानांतरित करने के उद्देश्य से एसजीबी लॉन्च किए गए थे।
कब-कब किस रेट पर खुला सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
2022-23 सीरीज I जून 20-24, 2022 5,041 रुपये प्रति ग्राम
2022-23 सीरीज II अगस्त 22-26, 2022 5,091 रुपये प्रति ग्राम
2022-23 सीरीज III दिसंबर 19-27, 2022 5,409 रुपये प्रति ग्राम
2022-23 सीरीज IV 6-10 मार्च 2023 5,611 रुपये प्रति ग्राम
2023-24 सीरीज 1 जून 19-23, 2023 5,926 रुपये प्रति ग्राम
कितना खरीद सकते हैं सोना
इस योजना के तहत सरकार निवेशकों को फिजिकल गोल्ड नहीं देती, बल्कि सोने में निवेश करने का अवसर देती है। इस योजना की खास बात यह है कि इसमें निवेशक एक वित्त वर्ष में एक ग्राम से लेकर चार किलोग्राम तक सोना खरीद सकता है। ट्रस्ट और विश्वविद्यालयों जैसी संस्थाओं की ऊपरी सीमा 20 किलोग्राम है। बॉन्ड की अवधि कुल 8 वर्ष होती है। निवेशकों चाहें तो पांचवें वर्ष के बाद बॉन्ड से बाहर निकलने सकते हैं। निवेशक को बॉन्ड की परिपक्वता पर सोने का मौजूदा बाजार मूल्य मिलता है। यह बॉन्ड बहुत ही आकर्षक होते हैं।
SGB के बारे में और जानें
एसजीबी में निवेशक प्रति वर्ष 2.50 फीसद की निश्चित ब्याज दर के हकदार हैं।
योजना के लिए लॉक-इन अवधि 8 वर्ष है, लेकिन 5वें, 6वें और 7वें वर्ष में बाहर निकलने के विकल्प उपलब्ध हैं।
न्यूनतम स्वीकार्य निवेश 1 ग्राम सोना होगा और सब्सक्रिप्शन की अधिकतम सीमा व्यक्तियों के लिए 4 किलोग्राम, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों के लिए 20 किलोग्राम और इसी तरह की संस्थाओं के लिए प्रति वित्त वर्ष (अप्रैल 2023-मार्च 2024) होगी।
भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, गोल्ड बॉन्ड का नॉमिनल वैल्यू, सब्सक्रिप्शन से पहले के सप्ताह के आखिरी तीन कार्य दिवसों पर 999 शुद्धता वाले सोने के लिए आईबीजेए द्वारा जारी क्लोजिंग प्राइस साधारण औसत पर आधारित है।
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के अन्य फायदे
सोने में निवेश के उद्देश्य से अगर फिजिकल गोल्ड खरीदते हैं तो इस पर आपको 3 फीसद जीएसटी भी देना होगा। जबकि, इस बॉन्ड को ऑनलाइन खरीदने वालों को प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट भी मिल रही है।वहीं, इस सोने को चोर नहीं चुरा सकता क्योंकि निवेशक को सोने को भौतिक रूप से स्टोर करने या रखने की कोई आवश्यकता नहीं है।