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अफ्रीकी देशों को G20 में शामिल करना चाहते हैं PM मोदी, समूह के नेताओं को लिखा पत्र; क्यों खास है यह कदम?

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नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अमेरिकी दौरे से पहले जी-20 देशों के नेताओं को पत्र लिखा है। इसके जरिए उन्होंने भारत में होने वाले आगामी शिखर सम्मेलन में अफ्रीकी संघ को समूह की पूर्ण सदस्यता देने का प्रस्ताव रखा है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर अफ्रीका की आवाज को बुलंद करने और 'हमारी साझा दुनिया' के भविष्य को आकार देने के लिए साहसिक कदम उठाया है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी की इस पहल का दीर्घकालिक असर पड़ सकता है। एक सूत्र ने कहा, 'उन्होंने (PM मोदी) जी20 में अपने समकक्षों को पत्र लिखकर यह प्रस्ताव रखा है कि अफ्रीकी संघ को जी20 के आगामी दिल्ली शिखर सम्मेलन में पूर्ण सदस्यता दी जाए, जैसा कि उनके द्वारा अनुरोध किया गया है।' सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने इस मामले में आगे बढ़कर नेतृत्व किया है, जिसकी वह पुरजोर वकालत और समर्थन करते हैं। भारत की जी20 की अध्यक्षता के दौरान मोदी विशेष रूप से जी20 एजेंडे में अफ्रीकी देशों की प्राथमिकताओं को शामिल करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

भारत के लिए क्यों खास है यह पहल
अफ्रीकी देशों को जी20 का सदस्य बनाने की पीएम मोदी की पहल को काफी खास माना जा रहा है। ऐसा कहा जा रहा कि इससे अफ्रीकी देश वैश्विक मंचों पर भारत का समर्थन करते नजर आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में वैश्विक स्तर पर भारत की छवि और ज्यादा मजबूत होगी। साथ ही, जी20 का हिस्सा बनने से अफ्रीकी देशों में भी विकास के नए दरवाजे खुल सकते हैं। यहां के लोगों के लिए रोजगार के नए-नए अवसर बन सकते हैं। इसके अलावा, भारत के लिए भी व्यापार और निवेश के नए दरवाजे खुल सकते हैं और विकास कार्यों को बढ़ावा मिल सकता है।

अफ्रीका में कारोबार के अवसर तलाशती भारतीय कंपनियां
वहीं, वाणिज्य व उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अफ्रीका में व्यापार और निवेश बढ़ाने की भारी संभावनाएं हैं। भारतीय कंपनियां वहां अवसर तलाश रही हैं। उन्होंने कहा कि दोनों क्षेत्रों के उद्यमियों को द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक निर्धारित लक्ष्य 200 अरब डॉलर से पार ले जाने के बारे में सोचना चाहिए। दोनों क्षेत्रों के बीच द्विपक्षीय व्यापार फिलहाल लगभग 100 अरब डॉलर है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए अफ्रीका के साथ मुक्त व्यापार समझौता (FTA) के लिए भी बातचीत कर सकता है। गोयल ने कहा, 'भारतीय कंपनियां इस क्षेत्र में कई अवसर तलाश रही हैं और वे अफ्रीका में आर्थिक वृद्धि को गति देने और नौकरियां पैदा करने में मदद कर सकती हैं।'

जयशंकर ने बताया क्यों मोदी का US दौरा खास
इस बीच, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका की राजकीय यात्रा के महत्वपूर्ण नतीजे होंगे। जयशंकर ने कहा कि यह पहली बार होगा जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री अमेरिकी कांग्रेस को दूसरी बार संबोधित करेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 21-24 जून तक अमेरिका के दौरे पर जा रहे हैं। वह 22 जून को राजकीय रात्रिभोज में मोदी की मेजबानी करेंगे। यात्रा के दौरान मोदी 22 जून को कांग्रेस के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे।