किसी भी उम्र के बच्चे अपने फिजिकल और मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए योग की मदद ले सकते हैं। बचपन में ही बच्चे अपने सोचने की शक्ति, एकाग्रता और ध्यान में बढ़ोत्तरी कर सकते है, जो भविष्य में उनके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है।
योग से शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से शरीर को लाभ मिलता है। बच्चों में यह ब्लड फ्लो को बढ़ाकर और दिमाग के कार्य करने की गति को बढ़ाने में मदद कर सकता है। ऐसे में आप रोजाना अपने बच्चे को ये योगासन करवाएं। इन योगासन से बच्चे फिजिकली तो फिट रहेंगे ही, साथ ही उनकी सोचने की शक्ति में भी काफी फायदा मिलेगा।
बच्चों के लिए योगासन
ताड़ासन
इस आसन को पर्वत मुद्रा भी कहा जाता है। यह मुद्रा बच्चे के संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करती है, जो मेंटल हेल्थ और बच्चे का कॉन्संट्रेशन पावर बढ़ाने में मदद करता है।
कैसे करें –
1. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले बच्चे को सीधे दोनों पैरों को मिलाकर खड़े होने के लिए कहे।
2. इसके बाद दोनों हाथ की उंगलियों को एक दूसरे में फंसाने के लिए कहे और इनहेल करते हुए अपने दोनों हाथों का उंगलियों को एक दूसरे में फंसाकर ऊपर ले जाने के लिए कहे।
3. अब एड़ियां उठाएं और पंजों पर खड़े रहते हुए बैलेंस बनाने की कोशिश करवाएं।
4. थोड़ी देर इस मुद्रा में बने रहे और फिर सांस छोड़ते हुए रिलैक्स मुद्रा में आ जाएं। फिर 4 से 5 बार इस योगासन को दोहराएं।
वृक्षासन (ट्री पोज):
ट्री पोज बच्चे की स्थिरता और एकाग्रता को बढ़ावा देने में मददगार है। यह बच्चों को अपना संतुलन सुधारने और एक बिंदु पर अपना ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
कैसे करें –
1. इस आसन को करने के लिए बच्चे को जमीन पर सीधे खड़े होने के लिए कहे और उनके हाथों को शरीर के दोनों ओर रखें।
2. अब उनके दाहिने घुटने को मोड़ें और दाएं पैर को उनके बाईं जांघ पर रखवाएं।
3. इस दौरान आपके बच्चे का बायां पैर सीधा होना चाहिए ताकि उनके शरीर का संतुलन बना रहे।
4. जब आपका बच्चा इस मुद्रा में होंगा तो उसे गहरी सांस लेने की सलाह दें।
5. थोड़ी देर इस मुद्रा में रहने के बाद उनको पैर की स्थिति बदलने के लिए कहे।
बालासन (बाल मुद्रा):
बाल मुद्रा बच्चे के मन और शरीर को आराम देने, तनाव को कम करने और मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
कैसे करें-
1. बालासन करने के लिए बच्चे को योगा मैट पर वज्रासन में बैठने के लिए कहे।
2. इसके बाद सांस को अंदर लेते हुए दोनो हाथों को सीधा सिर के उपर उठाए।
3. अब सांस बाहर छोड़ते हुए आगे की ओर झुकने के लिए कहे और हाथों को आगे की ओर रखें।
4. आखिर में अपने सिर को ज़मीन पर टीका लें। थोड़ी देर इस पॉजीशन में रहने के लिए कहे। इसके बाद अपने नोर्मल पॉजीशन में वापस आ जाए।