बिहार
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर बिहार में बीजेपी ने एनडीए का खाका तैयार कर लिया है। राज्य की 40 में से करीब 30 लोकसभा सीटों पर बीजेपी खुद लड़ेगी, जबकि अन्य 10 पर वह अपने सहयोगियों को सेट करेगी। इसमें केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की रालोजपा, चिराग पासवान की लोजपा रामविलास, उपेंद्र कुशवाहा की आरएलजेडी, जीतनराम मांझी की HAM और मुकेश सहनी की वीआईपी को जगह दी जाएगी। हालांकि, अभी तक मांझी और सहनी के एनडीए में आने का आधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है। मगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की जोड़ी को कमजोर करने के लिए बीजेपी इन सभी को अपने खेमे में लाने की कवायद कर रही है।
पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री गिरिराज सिंह के आवास पर हुई बिहार बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में एनडीए के संभावित स्वरूप पर चर्चा की गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक पार्टी नेताओं ने मंथन के बाद इस बात पर सहमति बनाई कि राज्य में वह 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अन्य पर सहयोगियों को सेट करेगी। पशुपति पारस की रालोजपा पहले से एनडीए में है। वहीं, उनके भतीजे चिराग पासवान और आरएलजेडी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा भी 2024 चुनाव से पहले एनडीए में जाने की पहले ही घोषणा कर चुके हैं।
हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के मुखिया पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने हाल ही में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन से खुद को अलग करने का ऐलान किया। उनके भी बीजेपी के साथ आने की अटकलें लगाई जा रही हैं। वे जल्द ही इसकी घोषणा करेंगे। मांझी पहले भी बीजेपी के साथ रहकर चुनाव लड़ चुके हैं। इसी तरह, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुखिया मुकेश सहनी ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वे किस गठबंधन में जाएंगे, इसकी घोषणा 25 जुलाई को करेंगे। हालांकि, उनके भी एनडीए में जाने के पूरे कयास लगाए जा रहे हैं।
किसे कितनी सीटें मिलेगी?
बीजेपी ने 2024 चुनाव के लिए बिहार में एनडीए का जो खाका तैयार किया है, उसमें वह 10 सीटें अपने सहयोगियों को देगी। इसमें से लोजपा के दोनों गुटों को 6 सीटों पर सेट किया जाएगा। यानी कि पशुपति पारस और चिराग पासवान की पार्टियों को लड़ने के लिए 3-3 सीटें दी जाएंगी। इसी तरह उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेडी को भी 3 सीटें दी जाएंगी। वहीं, मांझी की पार्टी HAM को एक सीट पर सेट किया जाएगा। अगर मुकेश सहनी एनडीए में आते हैं तो बीजेपी अपने कोटे से उन्हें एक सीट दे सकती है। फिलहाल यह संभावित सीट शेयरिंग फॉर्मूला है। इस बारे में बीजेपी की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सभी दलों से मिलकर चर्चा करने के बाद ही पार्टी फाइनल सीट शेयरिंग फॉर्मूले का ऐलान करेगी।